फिल्म और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में आज कई रैपर, सिंगर और कंपोजर आ चुके हैं. शुरुआत में इनके सामने तमाम तरह के चैलेंज थे...खुद को साबित करना आसान नहीं था लेकिन धीरे-धीरे रैपर्स और इनके अलग तरह के म्यूजिक को ऑडियंस मिली और इन्होंने अपने पैर मजबूती से जमा लिए. फिल्म 'गली बॉय' में कई रैप गाने थे 'अपना टाइम आएगा' और 'मेरी गली में' जैसे गाने कई कहानियां सुना रहे थे. पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री ने यो यो हनी सिंह, बादशाह और रफ्तार, सिद्धू मूसेवाला जैसे रैपर्स भी तैयार किए हैं.
अब रैप गाने यूथ कल्चर का एक अहम हिस्सा बन रहे हैं. आज बात करते हैं यो यो हनी सिंह के बारे में जिन्हें अक्सर पॉप म्यूजिक को हिप हॉप के साथ मिलाने का क्रेडिट दिया जाता है. यो यो हनी सिंह को इंडियन रैप इंडस्ट्री में एक रेवोल्यूशनरी आर्टिस्ट के तौर पर जाना जाता है. हनी सिंह होशियारपुर (पंजाब) के रहने वाले हैं. 15 मार्च 1983 को एक पंजाबी परिवार में जन्मे हनी सिंह रैप और गानों को मिक्स कर खूब पॉपुलर हुए. वह 'ब्राउन रंग', 'ब्लू आइज', 'लव डोज', 'देसी कलाकार' जैसे हिट नंबर्स के लिए जाने जाते हैं. ये हनी सिंह के पॉपुलर गानों में से कुछ हैं जो आज भी किसी पार्टी की जान माने जाते हैं.
हनी सिंह को कम समय में ही पॉपुलैरिटी मिल गई. उन्होंने पंजाबी गानों के गायक के तौर पर अपना करियर शुरू किया और अपने कंट्रोवर्शियल लिरिक्स के लिए बदनाम भी हुए. रिपोर्ट्स के मुताबिक यो यो हनी सिंह की कुल संपत्ति 25 मिलियन डॉलर है. हृदेश सिंह उर्फ हनी सिंह ने यूनाइटेड किंगडम के ट्रिनिटी स्कूल में म्यूजिक पढ़ा. इसके बाद वे दिल्ली चले गए और 2011 में अपना पहला एल्बम इंटरनेशनल विलेजर जारी किया.
उन्होंने गगन सिद्धू की फिल्म 'शकल पे मत जा' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. उनका गाना 'अंग्रेजी बीट' जो उनके एल्बम इंटरनेशनल विलेजर का हिस्सा था दीपिका पादुकोण की कॉकटेल में दिखाया गया था. बाद में उन्हें चेन्नई एक्सप्रेस और बॉस जैसी फिल्मों के लिए गाने लिखते देखा गया. उन्होंने मेरे डैड की मारुति, बजाते रहो और फुगली जैसी छोटे बजट की फिल्मों के लिए भी कई गाने बनाए.
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