मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और हाल ही में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मोहनलाल की मां शांताकुमारी का मंगलवार को निधन हो गया. वे 90 वर्ष की थीं. लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जूझ रही शांताकुमारी ने कोच्चि के एलमक्करा स्थित मोहनलाल के घर में अंतिम सांस ली. शांताकुमारी काफी समय से घर पर ही इलाज करा रही थीं. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, वे पैरालिसिस से भी पीड़ित थीं. उनके निधन की खबर से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. मोहनलाल का अपनी मां से बहुत गहरा लगाव था. व्यस्त शेड्यूल के बावजूद वे हमेशा उनकी देखभाल के लिए समय निकालते थे.
मां के करीब थे मोहनलाल
मोहनलाल ने कई मौकों पर अपनी मां को अपनी सफलता का श्रेय दिया है. हाल ही में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार मिलने पर उन्होंने कहा था कि यह सम्मान अपनी मां के साथ साझा करना उनके लिए बड़ी खुशी की बात है.
मोहनलाल का परिवार
शांताकुमारी के पति विश्वनाथन नायर सरकारी अधिकारी थे. उनका निधन 2005 में हो चुका है. उनका बड़ा बेटा प्यारेलाल साल 2000 में गुजर गए थे. मोहनलाल पत्नी सुचित्रा, बेटे प्रणव और बेटी विस्मया के साथ रहते हैं.
अंतिम संस्कार की कोच्चि में निकट रिश्तेदारों की मौजूदगी में हो सकता है. कुछ सूत्रों के अनुसार, पार्थिव शरीर को तिरुवनंतपुरम ले जाया जा सकता है. मोहनलाल के प्रशंसक और फिल्म जगत की कई हस्तियां श्रद्धांजलि दे रही हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं