जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor) की 'गुंजन सक्सेनाः द कारगिल गर्ल (Gunjan Saxena: The Kargil Girl)' आज नेटफ्लिक्स (Netflix) पर रिलीज हो गई है. फिल्म में जाह्नवी कपूर गुंजन सक्सेना के किरदार में नजर आ रही हैं. फिल्म को अच्छे रिव्यू भी मिले हैं और जाह्नवी कपूर के काम को भी पसंद किया गया है. जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor) की इस फिल्म में उनके साथ पंकज त्रिपाठी, अंगद बेदी और विनीत कुमार सिंह भी हैं. जाह्नवी कपूर ने 'गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल' को लेकर खास बातचीत में कई बातें बताईं और यह राज भी खोला कि एक स्टार किड होने के क्या नुकसान हैं. पेश है जाह्नवी कपूर से हुई खास बातचीत के अंशः
गुंजन के किरदार की सबसे मुश्किल और सबसे आसान चीज क्या लगी?
मुश्किल कुछ भी नहीं था और आसान भी कुछ नहीं था. इसमें सारी चीजें मजेदार थीं. बहुत कुछ सीखने को मिला इसमें, गुंजन मैम का कैरेक्टर मेरे से अलग भी बहुत है क्योंकि जो जिंदगी जो उन्होंने जी है जो काम उन्होंने किया है, वह बहुत अलग है. लेकिन एक स्वभाव के तौर पर और एक विश्वास के तौर पर कहीं न कहीं उनसे जुड़ पाई हूं. जो उनके लिए और उनके हिसाब से उनका आउटलुक है वह बहुत सिंपल है. उनका मानना है कि मेहनत और ईमानदारी से आपको जहां पहुंचना है, वहां पहुंच जाओगे और जितना भी शोर शराबा कर लो आपका काम ही सबसे जरूरी है. तो मुझे लगता है कि यह चीज मुझसे जुड़ पाई.
पहले आपने एक रोमांटिक फिल्म की, फिर हॉरर फिल्में कीं और अब देशभक्ति पर आधारित फिल्म में नजर आएंगी. तो किरदार चुनने के समय आप किस चीज पर ज्यादा ध्यान देती हैं?
मेरा अप्रोच इस मामले में थोड़ा खुदगर्ज है. मुझे खुद लोगों ने कहा कि लॉन्ग टर्म करियर के लिए मुझे थोड़ा ज्यादा सोचना चाहिए. लेकिन इस एक्सपीरियंस से, इन लोगों से इन किरदारों से क्या सीख मिलेगी यह मेरी पहली प्राथमिकता है. ऐसी फिल्में जिसे देखने में मुझे दिलचस्पी होगी तो बस यही अप्रोच है मेरा.
फिल्म को थिएटर पर रिलीज होना था लेकिन अब OTT पर रिलीज हो गई है, इस बारे में क्या कहना है?
अच्छी फीलिंग है, क्योंकि दुनिया में जो कुछ भी हो रहा है, वह हम सबसे बहुत बड़ा है. इस समय सबकी प्राथमिकता यही होनी चाहिए कि वह सुरक्षित रहें. इस वातावरण में हम लोगों तक फिल्म को पहुंचा पा रहे हैं तो यह हमारे लिए बेस्ट फिल्म है.
जब आपके पास कोई स्क्रिप्ट आती है तो आप अपनी बहन, पापा या परिवार में किसी सदस्य से इसपर बातचीत करती हैं?
मैं हर चीज पापा से डिस्कस करती हूं. उनसे ज्यादा अनुभव मेरे ख्याल से किसी को नहीं है. करण भी इसमें हमेशा शामिल रहते हैं. और मुझे खुशी है कि मेरी जिंदगी में यह दोनों लोग शामिल हैं, जिनकी सलाह के लिए मैं उनकी तरफ देख सकती हूं. मैं उन्हें पाकर बहुत भाग्यशाली मानती हूं खुद को. लेकिन मैं सबसे ज्यादा अपने पिता पर विश्वास करती हूं.
हर कोई कहता है कि स्टार किड होने के फायदे बहुत हैं. क्या आप हमें बता सकती हैं कि स्टार किड होने के नुकसान क्या हैं?
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, मैं सकारात्मकता पर ध्यान देती हूं. मुझे इतना कुछ मिला है इस चीज के वजह से. हां, इसका डाउन साइड होगा. प्रेशर ज्यादा है, उम्मीदें बहुत होती हैं, क्रिटिसाइज भी ज्यादा किया जाता है. अटेंशन ज्यादा मिलती है. लेकिन मुझे लगता है कि कम से कम मैं कैमरे तक पहुंच गई हूं. डाउन साइड हर चीज का होता है, लेकिन उस पर ध्यान देकर कुछ हासिल नहीं होने वाला है.
आप किस डायरेक्टर के साथ काम करना चाहती हैं?
मैं अनुराग बसु, इम्तियाज अली, करण जौहर, रोहित शेट्टी के साथ काम करना चाहती हूं. मैं करण के साथ सच में काम करना चाहती हूं. संजय लीला भंसाली, हर डायरेक्टर के साथ काम करना चाहती हूं अनुभव के लिए. लेकिन यह तथ्य है कि मैं शरण के साथ हर फिल्म में काम करना चाहूंगी. भले ही उस फिल्म में मुझे सपोर्टिंग रोल ही क्यों न करना पड़े. मैं तैयार हूं.
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