
बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने हाल ही में एक बयान जारी कर सोशल मीडिया पर मचे हंगामे पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है. मामला जुड़ा है स्पिरिचुअल लीडर अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं और लिव-इन रिलेशनशिप पर दिए गए विवादित बयान से. खुशबू ने साफ कर दिया है कि उनका गुस्सा सिर्फ और सिर्फ अनिरुद्धाचार्य के बयान पर था, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और उनके बयान को प्रेमानंद जी महाराज से जोड़ दिया गया. क्या कहा खुशबू ने चलिए आपको बताते हैं.
खुशबू ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लंबा पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "मेरे नाम से एक फर्जी नैरेटिव फैलाया जा रहा है कि मैंने प्रेमानंद महाराज जी के बारे में कुछ कहा है. यह पूरी तरह गलत है. मेरा बयान केवल अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं के खिलाफ दिए गए बयान पर था". उन्होंने आगे लिखा कि सोशल मीडिया पर झूठे वीडियो और एडिटेड क्लिप्स फैलाई जा रही हैं, जिससे उनका और उनके परिवार का नाम बदनाम हो रहा है. खुशबू ने सख्त लहजे में कहा कि, "संतों और आध्यात्मिक परंपराओं का मैं दिल से सम्मान करती हूं. लेकिन महिलाओं के खिलाफ गलत सोच को उजागर करना भी मेरा धर्म है. मैं चुप नहीं रहूंगी".

दरअसल, विवाद तब शुरू हुआ जब अनिरुद्धाचार्य ने अपने प्रवचन के दौरान कहा था कि, "25 साल से ज्यादा उम्र की जो लड़कियां लिव-इन में रहती हैं, वो कई जगह मुंह मारकर आती हैं". खुशबू ने इसे महिलाओं के सम्मान पर सीधा हमला बताया और तीखा रिएक्शन दिया. बाद में जब यह वीडियो वायरल हुआ, तो अनिरुद्धाचार्य ने माफी मांगते हुए कहा कि उनके शब्दों को गलत तरीके से एडिट करके फैलाया गया और वे सभी महिलाओं के लिए नहीं थे.

खुशबू ने चेतावनी दी कि अगर झूठी खबरें और वीडियो फैलाने का सिलसिला जारी रहा, तो वे कानूनी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगी. उन्होंने अपने पोस्ट पर कमेंट सेक्शन भी बंद कर दिया है ताकि अफवाहें और न फैलें. यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर फेक न्यूज, महिलाओं की गरिमा और धार्मिक बयानबाजी को लेकर नई बहस छेड़ चुका है.
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