
Atal Bihari Vajpayee: लता मंगेशकर और जगजीत सिंह ने गाई थीं अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं
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ओज से भरपूर है अटल बिहारी वाजपेयी की वाणी
युवाओं में बहुत पॉपुलर है कविताएं
25 दिसंबर को हुआ है जन्म
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मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर, 1924 को जन्म अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं की किताबें खूब पॉपुलर रही हैं, और उनकी कविताओं को कई मंचों पर गाया भी जाता रहा है. अटल बिहारी वाजपेयी की किताबों में 'न दैन्यं न पलायनम्', 'मृत्यु और हत्या' और 'अमर बलिदान' प्रमुख हैं, और उनकी कविताओं को युवाओं में खूब पढ़ा जाता है. उनकी किताबें युवाओं के बीच काफी पॉपुलर हैं.
बॉलीवुड के दिग्गज सिंगल लता मंगेशकर और जगजीत सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं को अपने सुरों में पिरोया है. सुर कोकिला लता मंगेशकर ने 'आओ मन की गाठें खोलें' कविता को सुरबद्ध किया है, और उनकी आवाज और अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों का जादू वाकई कमाल है.
इस तरह से गजल सम्राट जगजीत सिंह ने उनकी कविता 'दूर कहीं रोता है' को इस अंदाज में गाया कि इसे बार-बार सुनने को मन करता है. यही नहीं, अटल बिहारी वाजपेयी ने कई मौकों पर अपनी कविताओं को खुद ही स्वरबद्ध किया है. उनकी वाणी का ओज इन कविताओं में सुनाई देता है.
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