
एआर मुरुगादॉस और सलमान खान की सिकंदर का जब ऐलान हुआ तो यह शाहरुख खान और एटली की जवान के बाद सबसे बड़ी फिल्म मानी जा रही थी क्योंकि इससे पहले साल 2008 में आई गजनी में जब आमिर खान के साथ एआर मुरुगादॉस की जोड़ी बनी थी तो यह ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. हालांकि सिकंदर जब रिलीज हुई तो वह जवान की दुनियाभर में कमाई का 15 प्रतिशत भी बॉक्स ऑफिस पर नहीं कमा पाई. जबकि फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स ने भी मिक्स रिव्यू दिए. लेकिन अब बॉक्स ऑफिस पर सिकंदर के फेल होने पर एआर मुरुगादॉस ने रिएक्शन दिया है.
सिनेमा विकाटन से बात करते हुए एआर मुरुगादॉस ने कहा, "अपनी मातृभाषा में फिल्म बनाने पर ही उस कम्युनिटी के बिहेवियर , संस्कृति और दर्शकों की चाहत को समझा जा सकता है. उसी के अनुसार, फिल्म में रुझान शामिल किए जा सकते हैं. इससे एक मजबूत जुड़ाव बनेगा. लेकिन दूसरी भाषाओं में फ़िल्म बनाते समय ऐसा संभव नहीं है. आपको सिर्फ स्क्रिप्ट पर भरोसा करना होता है. "
आगे डायरेक्टर ने बताया कि हिंदी फिल्म डायरेक्ट करने के दौरान भाषा और कल्चर को समझने में मुश्किल आती है. उन्होंने कहा, "हम जो डायलॉग लिखते हैं, उन्हें कई स्टेप्स में ट्रांसलेट किया जाता है. सवाल यह उठता है कि वह ओरिजनल सोच क्या है. एक निर्देशक के रूप में, जब आप भाषा को अच्छी तरह समझते हैं, तभी आप फिल्म में पूरी भावनाएं भर सकते हैं. इसलिए मेरी पूरी क्षमता केवल मातृभाषा की फिल्मों में ही उभर कर आती है."
गौरतलब है कि सिकंदर का लाइफटाइम कलेक्शन 184.6 करोड़ था. वहीं फिल्म के गाने भी दर्शकों का दिल जीतने में खास कामयाब नहीं हो पाए ते.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं