Astrology: कुंडली का ग्यारहवां भाव जीवन के कई महत्वपूर्ण पहुलओं के बारे में बताता है. कुंडली के इस भाव में शुभ और अशुभ ग्रहों का काफी प्रभाव देखने को मिलता है. इस भाव से लाभ की भी जानकारी मिलती है. इससे आय, धन लाभ, समृद्धि की जानकारी मिलती है. ग्यारहवां भाव आपकी इच्छाओं और आकाक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है. ग्यारहवां भाव बताता है कि आपकी इच्छाएं पूरी होंगी या नहीं. इस भाव में अगर शुभ ग्रह हों, तो उसका आपके जीवन पर अहम प्रभाव देखने को मिलता है. कुंडली में बुध, चंद्रमा, गुरु और शुक्र को शुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. अगर आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव में शुभ ग्रह हों, तो आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है, आइए जानते हैं.
कुंडली के 11वें भाव में शुभ ग्रह
बुध देता है बेहतर स्वास्थ्य
ग्यारहवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति गंभीर प्रकृति का होता है. ऐसे लोग बौद्धिकता को महत्व देते हैं. ऐसे लोगों का साहित्य और वैज्ञानिक सोच वालों के प्रति ज्यादा झुकाव देखने को मिलता है. ग्यारवें भाव में बुध अच्छा परिणामदायक होता है. इनमें काफी दृढ़ता देखने को मिलती है. इनका स्वास्थ्य भी अच्छा होता है. इस भाव में ग्रह के प्रभाव से व्यक्ति ईमानदार होता है. उसके स्वभाव में भी विनम्रता देखने को मिलती है. ये लोग हमेशा नई-नई बातों को जानने के इच्छुक होते हैं. आर्थिक रूप से भी ये काफी समृद्ध होते हैं. इनके पास हर सुख-सुविधा होती है. बुध के प्रभाव से व्यक्ति दीर्घायु होने के साथ ही हमेशा प्रसन्नचित्त भी होगा. ग्यारहवें भाव में ग्रहों के प्रभाव से व्यक्ति की लेखन में रूची होती है. व्यापार के जरिए भी आय हो सकती है.
चंद्रमा के प्रभाव से होते हैं मिलनसार
ग्यारहवें भाव में चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति सहयोगी प्रवृत्ति का होता है. ऐसे लोगों का सामाजिक कार्यों की ओर काफी झुकाव देखने को मिल सकता है. चंद्रमा चंचलता का भी प्रतिनिधित्व करता है, ऐसे में व्यक्ति के स्वभाव में भी चंचलता देखने को मिल सकती है. हालांकि, ऐसे लोग बुद्धिजीवी होते हैं. इनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी और समाज में भी काफी प्रतिष्ठा हासिल होगी. ऐसे लोग ईमानदार होते हैं और इन्हें संतान का भी सुख मिलता है. चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति को राजनीति में सफलता मिल सकता है. सरकारी कार्यों का भी मौका मिल सकता है. ये लोग काफी मिलनसार किस्म के होते हैं और इस कारण इनके संपर्क भी अच्छे होते हैं.
गुरु के प्रभाव से आर्थिक स्थिति होगी बेहतर
इस भाव में गुरु के प्रभाव से व्यक्ति मददगार होता है. ये किसी की भी मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. इस भाव में ग्रहों की स्थिति आदर्शवाद और प्रेम को भी दर्शाती है. गुरु के प्रभाव से व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर होता है और वह दीर्घायु भी होता है. ऐसे लोग काफी संतोषी और परोपकारी भी होते हैं. इनकी संगति भी अच्छे लोगों के साथ होती है. आपके दोस्त भी अच्छे होंगे और उनके सुझाव भी आपके लिए बेहतर साबित होंगे. ग्रह के प्रभाव से आप अच्छे कार्य करेंगे, जिससे समाज में आपका नाम भी होगा. ग्रह के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और धन की भी प्राप्ति होगी. आपके पास कई स्रोतों से धन की आय होगी. हालांकि, गुरु के प्रभाव से व्यक्ति कंजूस भी हो सकता है. बच्चों को लेकर भी थोड़ी चिंता की स्थिति बन सकती है.
शुक्र की मौजूदगी
इस भाव में शुक्र की मौजूदगी से व्यक्ति के मिलनसार स्वभाव की जानकारी मिलती है. समाज में भी इनकी अच्छी पहचान होती है. इनमें बच्चों, महिलाओं और जानवरों के प्रति काफी प्रेम भी देखने को मिलता है. ग्यारहवें भाव में शुक्र शुभ फलदायी होता है. व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा होगा. स्वभाव से भी ये अच्छे होते हैं साथ ही ये परोपकारी भी होते हैं. शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति में कई तरह की अच्छाई देखने को मिलती है. व्यक्ति धार्मिक होता है और ईश्वर के प्रति भी उसमें झुकाव देखने को मिलता है. इनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है. इनमें नृत्य और संगीत का ज्ञान भी देखने को मिल सकता है. ऐसे लोग लेखक भी हो सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)