इजरायल-हमास युद्ध (Israel Hamas War) तेज होता जा रहा है. ऐसे में हमास ने इजरायल से मांग की है कि वह गाजा में बंधक बनाए गए लोगों के बदले में सभी फिलिस्तीनी कैदियों को अपनी जेलों से रिहा करे. बंधक राजनीतिक रूप से काफी मायने रखते हैं और अतीत में यह बातचीत का एक प्रमुख कारण रह चुके हैं. हमास ने 7 अक्टूबर के हमले के दौरान इजरायल के सीमावर्ती कस्बों से 200 से अधिक नागरिकों का अपहरण कर लिया था और उन्हें गाजा की सीमा में ले जाया गया था. इनमें से कई विदेशी और दोहरी नागरिकता वाले लोग भी शामिल हैं.
हमास के नेता याह्या सिनवार ने हाल ही में कहा कि वे इजरायल के साथ "तत्काल" कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार हैं. उन्होंने एक बयान में कहा कि हम तत्काल कैदियों की अदला-बदली करने के लिए समझौता करने के लिए तैयार हैं, जिसमें सभी कैदियों के बदले में इजरायली जेलों से सभी फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है.
साल 2011 में इजरायल ने एक सैनिक को रिहा करने के लिए 1,027 फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली की थी.
इस बार हमास द्वारा युद्ध क्षेत्र में बहुत सारे बंधकों को रखा गया है, जिसके कारण इजरायल को अब तक की सबसे जटिल बंधक स्थितियों में से एक का सामना करना पड़ रहा है.
ऐसा लगता है कि अमेरिका और कतर के हस्तक्षेप के कारण अब तक बातचीत इजरायल के पक्ष में काम करती रही है और चार बंधकों को रिहा कर दिया गया है.
इजराइल किसी को भी जीवित या मृत नहीं छोड़ने में विश्वास रखता है. हमास ने युद्धविराम के बदले सभी बंधकों की रिहाई की पेशकश की है, लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जो पहले ही हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर चुके हैं, कोई राहत नहीं दे सकते हैं.
किसी भी बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए हमास को बंधकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी. हालांकि हमास और उससे अलग हुए समूहों ने इजरायल के हवाई हमलों में बंधकों की मौत का दावा किया है, लेकिन इजरायल या किसी अन्य देश द्वारा ऐसी कोई पुष्टि नहीं की गई है, जिनके नागरिकों को बंदी बनाकर रखा गया है.
बंधकों को सैन्य रूप से मुक्त कराने के इजरायली प्रयास उनकी मौत का कारण बन सकते हैं.
बंधकों को कब तक अपने पास रोककर रख सकता है हमास?हमास कुछ हलकों से मिले समर्थन को बरकरार रखने के लिए कुछ महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को रिहा करने पर सहमत हो सकता है, लेकिन हमास के पास लंबे समय तक बंधकों को रखने का भी एक ट्रैक रिकॉर्ड है, विशेष रूप से इजरायली सैनिक गिलाद शालित को. शालित को 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में रिहा करने से पहले हमास ने पांच साल तक बंदी बनाकर रखा था.
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