शुक्रवार को कांग्रेस के सहयोगी माने जानेवाले जेडीयू और एनसीपी ने साझा प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके ऐलान किया कि गुजरात में वो मिल कर चुनाव लड़ेंगे. साथ ही ये स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस भी अगर इस गठबंधन में शामिल होना चाहे तो उसे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.