नेपाल का बेटा बिपिन जोशी — जिसने मौत के मुंह में जाकर अपने साथियों की जान बचा ली। सितंबर 2023 में वो अपने छोटे से गाँव से निकलकर इज़रायल गया था, खेती और तकनीक सीखने के लिए। लेकिन किसे पता था कि यही सफर उसकी ज़िंदगी का आख़िरी पड़ाव बन जाएगा। 7 अक्टूबर 2025 की रात गाज़ा से हमास के रॉकेट्स ने हमला किया। बिपिन और उसके साथी छात्र बंकर में छिपे थे, तभी दो ग्रेनेड अंदर फेंके गए। पहला धमाका हुआ — अफरातफरी मच गई। तभी बिपिन ने बहादुरी दिखाई, दूसरा ग्रेनेड उठाकर बाहर फेंक दिया और कई साथियों की जान बचा ली।