उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में बड़ा हादसा हुआ है. चमोली जिले के तपोवन इलाके में रविवार को ग्लेशियर फटने (Glacier burst) से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. इसे साथ ही एनटीपीसी की एक साइट भी प्रभावित हुई है. आपदा प्रभावित दोनों स्थलों में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. इस बीच, तपोवन एनटीपीसी (NTPC) की साइट में तीन लोगों के शव बरामद हुए हैं. प्रोजेक्ट साइट पर काम कर रहे श्रमिकों के वास्ते राहत और बचाव कार्य जारी है. राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आपदा से प्रभावित दो कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे मजदूरों की जान बचाने के लिए पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल और आईटीबीपी की टीमें काम कर रही है. उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने की रिपोर्ट मिली है और गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले सभी जिलों में जल स्तर संबंधी सतर्कता की 24 घंटे निगरानी किए जाने की आवश्यकता है. इसके लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल और पीएसी की बाढ़ नियंत्रण कंपनी को भी उच्च स्तर पर सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.