File Facts | Written by: प्रभात उपाध्याय |सोमवार मई 28, 2018 11:50 AM IST भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद खाली हुई कैराना लोकसभा सीट पर आज चुनाव हो रहा है. भाजपा की तरफ से मृगांका सिंह मैदान में हैं. तो वहीं विपक्ष ने साझा उम्मीदवार के रूप में तबस्सुम हसन को मैदान में उतारा है.कैराना का चुनाव आर-पार की लड़ाई जैसा हो गया है. पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र गोरखपुर और फूलपुर में हार के बाद भाजपा की काफी किरकिरी हुई थी. ऐसे में पार्टी कैराना में अपनी साख बचाने के लिए पूरा दमखम लगा रही है.भाजपा की चुनौती इसलिये और बढ़ गई है क्योंकि कैराना में सपा, बसपा, आरएलडी, कांग्रेस जैसे विपक्षी दल एक साथ ताल ठोंक रहे हैं. गोरखपुर और फूलपुर में विपक्षी एकता की जीत के बाद कहा जा रहा था कि भाजपा की रणनीति कहीं न कहीं नाकामयाब हुई है. हालांकि अब भाजपा का दावा है कि कैराना में विपक्षी एकता को ध्यान में पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है.पार्टी का दावा है कि हर हाल में जीत उसे ही मिलेगी. बहरहाल, ये तो मतगणना के बाद ही तय होगा कि कैराना का 'याराना' किस दल के उम्मीदवार के साथ है, लेकिन आइये आपको बताते हैं भाजपा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है कैराना.