Blogs | Ravish Kumar |सोमवार मई 30, 2016 10:42 PM IST हमारे समाज में हिंसा की इतनी परतें हैं कि अलग अलग समय में अलग अलग रूप में उभर कर आती हैं। आए दिन सड़कों पर कार या बाइक टकरा जाने से सवार और आस पास के लोग इतने हिंसक हो जाते हैं कि मार ही डालते हैं।