'उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2017'

- 40 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Edited by: अमनप्रीत कौर |गुरुवार फ़रवरी 3, 2022 01:15 PM IST
    आदित्यनाथ ने 2017 के चुनाव में भाजपा की जीत के बाद मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला था. वे अब सत्ता बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण चुनाव का सामना कर रहे हैं.
  • Uttar Pradesh | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार मई 20, 2019 11:37 AM IST
    सुभासपा उत्तरप्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टी है और 2017 के विधानसभा चुनाव में उसने चार सीटें जीती थीं. लेकिन लोकसभा चुनाव राजभर की पार्टी ने भाजपा के साथ मिलकर नहीं लड़ा. राजभर की पार्टी ने खुद 39 उम्मीदवार चुनाव में उतारे थें. वहीं कुछ सीटों पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार भी किया था. हालही राजभर के पुत्र सुभासपा महासचिव अरूण राजभर ने स्पष्ट किया था कि भाजपा के साथ विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन था ना कि लोकसभा चुनाव के लिए.
  • Assembly polls 2017 | Written by: आनंद नायक |रविवार मार्च 12, 2017 07:28 PM IST
    उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में तीन चौथाई बहुमत से जीत हासिल करने के बाद बीजेपी के सामने फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती मुख्‍यमंत्री के रूप में सर्वसम्‍मत नेता का चयन करने की है. विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने मुख्‍यमंत्री के रूप में कोई चेहरा पेश नहीं करते हुए करिश्‍माई व्‍यक्तित्‍व वाले मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ही मतदाताओं के समक्ष जाने का फैसला किया था.
  • Assembly polls 2017 | इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस |शनिवार मार्च 11, 2017 10:59 PM IST
    मेरठ जिले की हस्तिनापुर सीट और दोआब की कासगंज सीट ने अपनी इस खासियत को बरकरार रखा है कि जो यहां से जीतेगा, वही उत्तर प्रदेश जीतेगा. ये दोनों सीट इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खाते में गई हैं जो उत्तर प्रदेश में 14 साल बाद सरकार बनाने जा रही है.
  • Assembly polls 2017 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |रविवार मार्च 12, 2017 12:05 AM IST
    उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों करारी हार झेलने के बाद अखिलेश यादव ने अपनी हार तो स्वीकार की, लेकिन एक बार फिर अपनी सरकार की ओर से किए गए कार्यों की याद दिलाना नहीं भूले. उनकी बातों से ऐसा लगा जैसे कि मतदाताओं ने उनके अच्छे काम की अनदेखी करके बीजेपी पर विश्वास कर लिया हो. अखिलेश ने हार के कारणों की ओर ध्यान दिलाए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने तो अपनी तरफ से अच्छा काम किया, लेकिन जनता को संभवतः इससे भी अच्छा काम चाहिए... जो अब हो जाएंगे!
  • Assembly polls 2017 | Written by: सुपर्णा सिंह |शनिवार मार्च 11, 2017 08:56 PM IST
    यूपी में अपनी सियासी जमीन को मजबूत बनाने और अपने पिता के स्‍टेंड से अलग जाने का अखिलेश यादव का बड़ा फैसला उन पर उलटा पड़ा है. देश के सबसे महत्‍वपूर्ण राज्‍य में बीजेपी की अब तक की सबसे बड़ी जीत में 44 वर्षीय अखिलेश यादव दरकिनार होकर रह गए. राज्‍य की 403 सीटों में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने 300 से अधिक पर जीत दर्ज की.
  • Assembly polls 2017 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार मार्च 11, 2017 07:28 PM IST
    बीजेपी के हाथों उत्तरप्रदेश विधानसभा में मिली करारी हार को विरोधी दल पचा नहीं पा रहे हैं. हालांकि जहां कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने हार को स्वीकार करते हुए मंथन की बात कही है, वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने तो एक तरह से हार को अस्वीकार करते हुए नया आरोप मढ़ दिया. उन्होंने दोपहर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका है. इस बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मायावती के आरोपों पर अपने ही अंदाज में चुटकी ली है...
  • Assembly polls 2017 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार मार्च 11, 2017 06:57 PM IST
    उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है. जीत से उत्साहित पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को दिया है. उनके अनुसार पीएम मोदी की गरीबोन्मुखी नीतियों के कारण ही बीजेपी इतनी बड़ी जीत दर्ज कर पाई है. इसके साथ ही शाह ने कहा कि यूपी की जनता ने जाति, धर्म के बंधन से ऊपर उठकर विकास के लिए वोट दिया है. इस जीत से भारतीय राजनीति की दिशा कुछ इस तरह बदल जाएगी...
  • Assembly polls 2017 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार मार्च 11, 2017 05:48 PM IST
    यूपी में पूरे चुनाव के दौरान गायत्री प्रजापति का मामला चर्चा में रहा और विपक्षी पार्टियों, खासकर बीजेपी ने इस पर सत्‍तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा. शनिवार को चुनाव परिणाम के दिन इस बात को लेकर लोगों में गायत्री प्रजापति का राजनी‍तिक भविष्‍य जानने को लेकर काफी उत्‍सुकता थी.
  • Blogs | रतन मणिलाल |शनिवार मार्च 11, 2017 05:11 PM IST
    बीजेपी के घोर समर्थक भी पार्टी के 200 के करीब का आंकड़ा पाने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन जिस तरह से संप्रदाय, जाति या क्षेत्र के सीमाएं तोड़ते हुए कुल वोट का 40 प्रतिशत से भी ज्यादा पाकर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की सत्ता हासिल की है, उससे प्रदेश के लोगों और राजनीतिक माहौल के बारे में नई परिभाषाएं गढ़ने के जरूरत महसूस हो रही है.
और पढ़ें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com