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History Of Budget

'History Of Budget' - 3 News Result(s)
  • Explainer : हलवा परंपरा.... गोपनीयता, सबसे पहले किसने पेश किया था बजट? जानें इतिहास और बदलाव कहानी

    Explainer : हलवा परंपरा.... गोपनीयता, सबसे पहले किसने पेश किया था बजट? जानें इतिहास और बदलाव कहानी

    एनडीटीवी एक्सप्लेनर में आज हम बात करेंगे उन ऐतिहासिक बजटों की, जिन्होंने देश की दिशा को बदलने में अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा, हम जानेंगे कि बजट लीक होने के बाद किस वित्त मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा, हलवे की परंपरा और गोपनीयता का क्या संबंध है और आखिरकार बजट पेश करने की तारीख और समय में बदलाव क्यों किया गया. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

  • भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

    भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

    आम तौर बजट शब्द आते ही आमदनी और खर्चे का ख्याल आ जाता है. बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के ‘बूजट’ से हुई बताई जाती है. ‘बूजट’ का अर्थ होता है ‘चमड़े की थैली’ इस आप बैग समझ सकते हैं. बजट के वर्तमान स्वरूप का यदि इतिहास में सबसे पहले उल्लेख देखा जाए तो यह सबसे पहले 1773 में मिलता है. इस समय ब्रिटिश वित्तमंत्री रॉबर्ट वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्ताव को चमड़े के बैग से निकाला था और तब से ‘बजट’ शब्द का प्रयोग सरकारी लेखा-जोखा के तौर पर होने लगा. इंग्लैंड के वित्त मंत्री जिस ब्रीफकेस में बजट पेश करते हैं, उसे ‘बजट बॉक्स’ कहा जाता था और आज भी यह परंपरा जारी है. यह लाल रंग का होता है. 1860 में इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री विलियम इवर्ट ग्लैडस्टोन ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. बताया जाता है कि सिर्फ दो बार छोड़कर 2010 तक इसी अटैची से बजट पेश किया गया है. यह बैग काफी पुराना हो चुका है इसलिए इसे संग्रहालय में रख दिया गया और नया ब्रीफकेस तैयार किया गया है.

  • भारतीय रेलवे का सफर : यात्रीगण कृपया ध्यान दें... अब वित्तमंत्री देंगे किराये में बदलाव की जानकारी...

    भारतीय रेलवे का सफर : यात्रीगण कृपया ध्यान दें... अब वित्तमंत्री देंगे किराये में बदलाव की जानकारी...

    भारतीय रेलवे सिर्फ परिवहन का एक माध्यम नहीं है. यह तो एक ऐसा संजाल है जो शरीर में रक्त प्रवाहित करने वाली धमनियों की तरह देश के कोने-कोने को जोड़ता है. भारत में रेलवे के 164 साल के इतिहास में एक अहम पड़ाव 2017 में आएगा जब रेलवे का अपना अलग बजट नहीं होगा और वह देश के आम बजट का ही एक हिस्सा बन जाएगा. अब वित्त मंत्री ही बताएंगे कि कि रेल किराये में क्या बदलाव किया जा रहा है...या कहां, कौन सी नई ट्रेन शुरू की जा रही हैं...

'History Of Budget' - 3 News Result(s)
  • Explainer : हलवा परंपरा.... गोपनीयता, सबसे पहले किसने पेश किया था बजट? जानें इतिहास और बदलाव कहानी

    Explainer : हलवा परंपरा.... गोपनीयता, सबसे पहले किसने पेश किया था बजट? जानें इतिहास और बदलाव कहानी

    एनडीटीवी एक्सप्लेनर में आज हम बात करेंगे उन ऐतिहासिक बजटों की, जिन्होंने देश की दिशा को बदलने में अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा, हम जानेंगे कि बजट लीक होने के बाद किस वित्त मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा, हलवे की परंपरा और गोपनीयता का क्या संबंध है और आखिरकार बजट पेश करने की तारीख और समय में बदलाव क्यों किया गया. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

  • भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

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    आम तौर बजट शब्द आते ही आमदनी और खर्चे का ख्याल आ जाता है. बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के ‘बूजट’ से हुई बताई जाती है. ‘बूजट’ का अर्थ होता है ‘चमड़े की थैली’ इस आप बैग समझ सकते हैं. बजट के वर्तमान स्वरूप का यदि इतिहास में सबसे पहले उल्लेख देखा जाए तो यह सबसे पहले 1773 में मिलता है. इस समय ब्रिटिश वित्तमंत्री रॉबर्ट वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्ताव को चमड़े के बैग से निकाला था और तब से ‘बजट’ शब्द का प्रयोग सरकारी लेखा-जोखा के तौर पर होने लगा. इंग्लैंड के वित्त मंत्री जिस ब्रीफकेस में बजट पेश करते हैं, उसे ‘बजट बॉक्स’ कहा जाता था और आज भी यह परंपरा जारी है. यह लाल रंग का होता है. 1860 में इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री विलियम इवर्ट ग्लैडस्टोन ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. बताया जाता है कि सिर्फ दो बार छोड़कर 2010 तक इसी अटैची से बजट पेश किया गया है. यह बैग काफी पुराना हो चुका है इसलिए इसे संग्रहालय में रख दिया गया और नया ब्रीफकेस तैयार किया गया है.

  • भारतीय रेलवे का सफर : यात्रीगण कृपया ध्यान दें... अब वित्तमंत्री देंगे किराये में बदलाव की जानकारी...

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    भारतीय रेलवे सिर्फ परिवहन का एक माध्यम नहीं है. यह तो एक ऐसा संजाल है जो शरीर में रक्त प्रवाहित करने वाली धमनियों की तरह देश के कोने-कोने को जोड़ता है. भारत में रेलवे के 164 साल के इतिहास में एक अहम पड़ाव 2017 में आएगा जब रेलवे का अपना अलग बजट नहीं होगा और वह देश के आम बजट का ही एक हिस्सा बन जाएगा. अब वित्त मंत्री ही बताएंगे कि कि रेल किराये में क्या बदलाव किया जा रहा है...या कहां, कौन सी नई ट्रेन शुरू की जा रही हैं...