India | रविवार जुलाई 14, 2013 03:47 PM IST राघवजी के कारनामे से भाजपा को हुए राजनीतिक नुकसान के बाद विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष के उपनेता चतुर्वेदी को अचानक तोड़कर अपनी तरफ मिलाने और बसपा के परसराम मुद्गल को पार्टी में शामिल करने को उसके भरपाई के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है।