
रियलिटी शो 'छोरिया चली गांव' को उसका विनर मिल चुका है. अनीता हसनंदानी ने इसकी पहली टॉफी अपने नाम की, जबकि शो की पहली रनर-अप कृष्णा श्रॉफ रहीं. उनका यह पहला रियलिटी शो था, जिसमें उन्हें दर्शकों ने काफी पसंद किया. उन्होंने एक बातचीत में रियलिटी शो में अपने सफर के बारे में खुलकर बात की. साथ ही बताया कि 'छोरिया चली गांव' में उनका फेवरेट कंटेस्टेंट कौन था और किसके साथ वह रिश्ता नहीं रखना चाहतीं. यह पूछने पर कि क्या वह शो में किसी खास प्रतियोगी के संपर्क में नहीं रहना चाहेंगी, तो इसका जवाब देते हुए कृष्णा ने कहा, "सच कहूं तो ज्यादातर लोग मेरे लिए मायने नहीं रखते, लेकिन अगर किसी का नाम लेना हो, तो मैं चिंकी और मिंकी का जिक्र करूंगी. यह उनकी पर्सनैलिटी का सवाल नहीं, बल्कि परिपक्वता की बात है. समझना जरूरी है कि कब और कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए."
शो की विनर अनीता हसनंदानी के बारे में बात करते हुए कृष्णा श्रॉफ ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, शो में अनीता से हारना मेरे लिए स्वीकार्य था. मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे हराया, क्योंकि वह मेरी सबसे मजबूत प्रतियोगी और शो की सबसे अनुभवी महिला थीं. उन्होंने कभी भी व्यक्तिगत मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया और सिर्फ प्रतियोगिता पर फोकस रखा. मैं उनकी इस खासियत का पूरा सम्मान करती हूं." शो का फिनाले कृष्णा श्रॉफ और उनके परिवार के लिए बहुत ही खास रहा. इस दौरान कृष्णा की मां आयशा भी यहां मौजूद रहीं. रियलिटी शो का परिणाम सामने आने से पहले ही उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी ही उनके लिए विनर हैं.
वहीं शो में भाग लेने से पहले अभिनेता और उनके पिता जैकी श्रॉफ ने कहा था कि इस शो में हिस्सा लेने के बाद उनकी जिंदगी बदल जाएगी और यहां से वह अनमोल अनुभव लेकर वापस लौटेंगी. कृष्णा श्रॉफ ने ही कहा था कि वह अपने पिता के प्रेरित करने के बाद ही इस शो का हिस्सा बनने को तैयार हुई थीं. हालांकि, कृष्णा श्रॉफ अभी फिल्मों की दुनिया से दूर हैं, लेकिन इस शो में हिस्सा लेने के बाद हो सकता है कि उन्हें बॉलीवुड से भी ऑफर मिलने लगे.
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