पंजाब में खत्म नहीं हुई 'कलह', अब सिद्धू पर हरीश रावत के बयान को लेकर सुनील जाखड़ ने जताया ऐतराज

पंजाब कांग्रेस में मतभेद के सुर थम नहीं रहे हैं. चरणजीत सिंह चन्‍नी के राज्‍य का सीएम चुने जाने के बाद उम्‍मीद थी कि असंतोष और असहमति के सुर कम से कम कुछ समय के लिए थम जाएंगे लेकिन ऐसा होता लग नहीं रहा है.

पंजाब में खत्म नहीं हुई 'कलह', अब सिद्धू पर हरीश रावत के बयान को लेकर सुनील जाखड़ ने जताया ऐतराज

नई दिल्‍ली :

Punjab:पंजाब कांग्रेस में मतभेद के सुर थम नहीं रहे हैं. चरणजीत सिंह चन्‍नी (Charanjit Singh Channi)के राज्‍य का सीएम चुने जाने के बाद उम्‍मीद थी कि असंतोष और असहमति के सुर कम से कम कुछ समय के लिए थम जाएंगे लेकिन ऐसा होता लग नहीं रहा है. अब पंजाब राज्‍य कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने पार्टी के पंजाब के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) के उस बयान को लेकर असहमति जताई है जिसमें उन्‍होंने (रावत) ने कहा था कि अगले वर्ष होने वाले राज्‍य के विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly elections 2022) नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की अगुवाई में लड़े जाएंगे. जाखड़ ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, 'चरणजीत सिंह चन्‍नी (Charanjit Singh Channi) के सीएम पद के लिए शपथ ग्रहण वाले दिन रावत (हरीश रावत) का यह बयान कि चुनाव सिद्धू (नवजोत सिंह सिद्धू ) के नेतृत्‍व में लड़े जाएंगे, चौंकाने वाला है. इससे न केवल सीएम का अधिकार को न सिर्फ कम कर सकता है बल्कि इस पद पर उनके चुनाव पर भी सवाल उठाता है. '

गौरतब है कि रावत ने रविवार को कहा था कि आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly elections 2022) उनकी पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की अगुवाई में लड़ेगी. न्‍यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए रावत ने कहा था, 'हालांकि (राज्‍य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का चेहरा) निर्णय कांग्रेस अध्‍यक्ष लेंगी लेकिन मौजूदा स्थितियों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तहत सीएम कैबिनेट के साथ चुनाव लड़ा जाएगा जिसके प्रमुख सिद्धू बेहद लोकप्रिय हैं. ' हरीश रावत ने यह भी कहा था कि चरणजीत सिंह चन्‍नी (Charanjit Singh Channi) को पंजाब का अगला सीएम बनाने का फैसला सर्वसम्‍मति से हुआ. चन्‍नी सोमवार 11 बजे पंजाब के सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे.

चरणजीत सिंह चन्‍नी को कैप्‍टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) का स्‍थान लेना है जिन्‍होंने अपने और पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ चले लंबे मतभेदों के बाद शनिवार को सीएम पद से इस्‍तीफा दे दिया है. यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब कुछ ही महीनों बाद , वर्ष 2022 में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. शपथ लेने से पहले चन्नी रूपनगर के एक गुरुद्वारे पहुंचे और माथा टेका. चन्‍नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे. वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे. चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम बनने के ऐलान के बाद पंजाब के खराड़ में जश्न का माहौल है. उनके परिजनों, दोस्तों और समर्थकों ने उनके घर के बाहर जमकर जश्न मनाया. इस दौरान मिठाइयां भी बांटी गईं. इस मौके पर चन्नी की बहन ने कहा, "वह (चन्नी) बहुत मेहनत करने वाले शख्स हैं और राज्य के लिए बहुत अच्छा काम करेंगे."

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