महिला हॉकी खिलाड़ी ने अचानक से संन्यास लेकर चौंकाया, पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से चूकी थी भारतीय टीम

भारतीय महिला हॉकी टीम की डिफेंडर और पेनल्टी कॉर्नर स्पेशलिस्ट दीप ग्रेस एक्का ने शनिवार को अपने अंतरराष्ट्रीय संन्यास की घोषणा की. दीप ग्रेस एक्का ने 17 साल की उम्र में 2011 में अंतरराष्ट्रीय सर्किट में कदम रखा था.

महिला हॉकी खिलाड़ी ने अचानक से संन्यास लेकर चौंकाया, पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से चूकी थी भारतीय टीम

Deep Grace Ekka: दीप ग्रेस एक्का ने अचानक से संन्यास लेकर चौंकाया

Deep Grace Ekka announces international retirement: भारतीय महिला हॉकी टीम की डिफेंडर और पेनल्टी कॉर्नर स्पेशलिस्ट दीप ग्रेस एक्का ने शनिवार को अपने अंतरराष्ट्रीय संन्यास की घोषणा की. दीप ग्रेस एक्का ने 17 साल की उम्र में 2011 में अंतरराष्ट्रीय सर्किट में कदम रखा था. दीप ग्रेस एक्का ने भारतीय महिला हॉकी टीम का दो ओलंपिक खेलों में प्रतिनिधित्व किया है. 29 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत को 2016 रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह टोक्यो खेलों में टीम की डिफेंस लाइन में एक अहम हिस्सा थी. टोक्यो ओलंपिक में भारत चौथे स्थान पर रहा था. बता दें, हाल ही में हुए एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर में उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था. शनिवार को भुवनेश्वर और राउरकेला में प्रो लीग मैचों के लिए घोषित 24 सदस्यीय टीम में भी ग्रेस का नाम नहीं था. भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक क्वालीफायर में चौथे स्थान पर रही थी और पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से चूक गई थी.

दीप ग्रेस एक्का ने संन्यास को लेकर कहा,"यह बेहद कृतज्ञता और विनम्रता के साथ है कि मैं आज आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से अपनी संन्यास की घोषणा करती हूं. 2011 से 2023 तक की यात्रा मेरे जीवन का मुख्य आकर्षण रही है, और खेल के शिखर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं.


दीप ग्रेस एक्का 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थीं. इसके अलावा एक्का 2014 और 2018 एशियाई खेलों में पदक जीतने वाली भारतीय टीमा का भी हिस्सा थीं. वह 2016 महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी और 2017 एशिया कप में खिताब जीतने वाली भारतीय टीमों की सदस्य भी थीं.

एक्का ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी में अपनी यात्रा 17 साल की उम्र में 2011 में शुरू की, जब उन्होंने अर्जेंटीना में चार देशों के टूर्नामेंट में डेब्यू किया था. इसके बाद वह बैंकॉक, थाईलैंड में U18 गर्ल्स एशिया कप में खेलने गईं और उनके मजबूत प्रदर्शन के कारण वह राष्ट्रीय शिविर में नियमित रूप से शामिल हो गईं.

एक्का ने कहा,"मेरे साथियों, कोचों, सलाहकारों और पूरे सहयोगी स्टाफ के लिए आपकी उपस्थिति किसी विशेषाधिकार से कम नहीं है. मैं मेरी आकांक्षाओं को वास्तविकता में बदलने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए आभारी हूं. मैं हॉकी इंडिया, हॉकी एसोसिएशन ऑफ ओडिशा, ओडिशा सरकार, भारत सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण को उनके अटूट समर्थन के लिए हार्दिक धन्यवाद देती हूं." ओडिशा के सुंदरघ जिले के लुलकिडीही गांव की रहने वाली एक्का ने जर्मनी में 2013 महिला जूनियर हॉकी विश्व कप में भारतीय टीम के हिस्से के रूप में कांस्य पदक जीता था.

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