प्रतीकात्मक तस्वीर
शुगर, कब्ज आजकल की दौड़ती भागती जीवनशैली की सबसे आम बीमारियों में से एक हैं।
लेकिन अब इन बीमारियों से घबराने की जरूरत नहीं है। जो लोग ऐसी बीमारियों से जूझ रहे हैं
उनके लिए मयूरासन बेस्ट है।
कैसे करें मयूरासन
मयूरासन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठें, फिर आगे की ओर झुकें। इसके बाद
दोनों हाथों की कोहनियों को मोड़कर नाभी के करीब ले जाएं, फिर जमीन पर सटा लें। इतना
करने के बाद धीरे-धीरे अपना बैलेंस बनाते हुए घुटनों को सीधा करें। इस तरह आपका शरीर
सीधी दिशा में रहता है और सिर्फ आपके हाथ जमीन से सटे हुए होते हैं।
नोट: इस योगासन में बैलेंस बेहद अहम है इसलिए बैलेंस जरूर बना के रखें। वर्ना आपको चोट
लग सकती है।
इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो ना करें मयूरासन
जो लोग ब्लडप्रेशर, टीबी, हृदय रोग, अल्सर या फिर हर्निया जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं उन्हें इस
आसन को योग चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
मयूरासन के फायदे
फ्लेक्सिबिलिटी: मयूरासन में शरीर को स्ट्रेच करते हुए बैलेंस करना होता है। ऐसा करने से शरीर
का चलीलापन बढ़ता है।
फेशियल ग्लो: मयूरासन में शरीर को बैलेंस करने के लिए सांसों को नियंत्रित रखा जाता है। सांस
लेने और छोड़ने की सही क्रिया से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल सही रहता है। इससे ब्लड
सर्कुलेशन नियंत्रित रहता है जिससे चेहरे का निखार बढ़ जाता है।
आर्म स्ट्रेंथ: मयूरासन में दोनों हाथों की मदद से शरीर को बैलेंस किया जाता है। इससे बाहों का
फैट बर्न होता है और वे मजबूत होते हैं।
कब्ज से छुटकारा: इस योगासन से शरीर की पाचन शक्ति बढ़ती है जिससे कब्ज दूर होता है।
शुगर की समस्या नहीं होती: मयूरासन से ब्लड सर्कुलेशन और डाइजेशन ठीक रहता है जिसके
चलते शरीर में शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है।
लेकिन अब इन बीमारियों से घबराने की जरूरत नहीं है। जो लोग ऐसी बीमारियों से जूझ रहे हैं
उनके लिए मयूरासन बेस्ट है।
कैसे करें मयूरासन
मयूरासन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठें, फिर आगे की ओर झुकें। इसके बाद
दोनों हाथों की कोहनियों को मोड़कर नाभी के करीब ले जाएं, फिर जमीन पर सटा लें। इतना
करने के बाद धीरे-धीरे अपना बैलेंस बनाते हुए घुटनों को सीधा करें। इस तरह आपका शरीर
सीधी दिशा में रहता है और सिर्फ आपके हाथ जमीन से सटे हुए होते हैं।
नोट: इस योगासन में बैलेंस बेहद अहम है इसलिए बैलेंस जरूर बना के रखें। वर्ना आपको चोट
लग सकती है।
इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो ना करें मयूरासन
जो लोग ब्लडप्रेशर, टीबी, हृदय रोग, अल्सर या फिर हर्निया जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं उन्हें इस
आसन को योग चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
मयूरासन के फायदे
फ्लेक्सिबिलिटी: मयूरासन में शरीर को स्ट्रेच करते हुए बैलेंस करना होता है। ऐसा करने से शरीर
का चलीलापन बढ़ता है।
फेशियल ग्लो: मयूरासन में शरीर को बैलेंस करने के लिए सांसों को नियंत्रित रखा जाता है। सांस
लेने और छोड़ने की सही क्रिया से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल सही रहता है। इससे ब्लड
सर्कुलेशन नियंत्रित रहता है जिससे चेहरे का निखार बढ़ जाता है।
आर्म स्ट्रेंथ: मयूरासन में दोनों हाथों की मदद से शरीर को बैलेंस किया जाता है। इससे बाहों का
फैट बर्न होता है और वे मजबूत होते हैं।
कब्ज से छुटकारा: इस योगासन से शरीर की पाचन शक्ति बढ़ती है जिससे कब्ज दूर होता है।
शुगर की समस्या नहीं होती: मयूरासन से ब्लड सर्कुलेशन और डाइजेशन ठीक रहता है जिसके
चलते शरीर में शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है।