Healthy Tips: सर्दियों में कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होने लगती हैं. इस दौरान कई तरह की एलर्जी भी हो सकती हैं. नाक बहने की दिक्कत होती है तो लोग हीटर के आगे बैठ जाते हैं जिससे सूखी नाक और गले की खराश और सूखापन बढ़ जाता है. वहीं, बैक्टीरिया पनपने से गले, नाक और फेफड़ों से जुड़ी एलर्जी हो सकती है. सर्दी, खांसी, जुकाम और गला दर्द होने लगता है. सर्दियों में एलर्जिक रिएक्शन कई कारणों से हो सकता है, जैसे अशुद्ध हवा, बैक्टीरिया के संपर्क में आना, वायरल इंफेक्शन, कमरे में अत्यधिक नमी या फिर सूखापन आदि. यहां जानिए किन तरीकों से इस एलर्जी (Winter Allergy) से छुटकारा पाया जा सकता है.
सर्दियों की एलर्जी के घरेलू उपाय | Winter Allergy Home Remedies
सर्दियों में होने वाली एलर्जी से शरीर पर कई लक्षण दिखने या महसूस होने लगते हैं. गले में खुजली होती है, खांसी की दिक्कत हो जाती है, मुंह के आसपास सूजन हो सकती है और निगलने में दिक्कत होती है, सांस लेने (Breathing) में परेशानी होती है, आंखे लाल नजर आने लगती हैं, बीमार महसूस होता है और त्वचा लाल पड़ सकती है. जीरथ पैथ लैब के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर प्रशांत जीरथ के अनुसार, दिक्कत हल्की-फुल्की हो तो कुछ घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं. लेकिन, परेशानी बढ़ जाए तो डॉक्टर की सलाह लें. डॉक्टर जीरथ के अनुसार ओवर द काउंटर एलर्जी की दवा, नेटी पॉट और नेसल स्प्रे काम आ सकते हैं.
गले की खराश और खांसी (Cough) समेत कई तरह की एलर्जी से निजात दिलाने में शहद मददगार साबित होगा. शहद का सेवन सीधा भी किया जा सकता है या फिर इसे अदरक के साथ भी ले सकते हैं.
डॉक्टर प्रशांत जीरथ कहते हैं कि अदरक (Ginger) के औषधीय गुण सर्दियों की आम एलर्जी को दूर रखते हैं. इसके इस्तेमाल के लिए छोटे टुकड़ों में अदरक काटें और पानी में उबालकर छान लें. इस पानी को चाय की तरह पीने पर गला और नाक सब खुल जाते हैं.
गले में जमे बलगम को पिघलाने में गर्म सूप सहायता करेगा. डॉक्टर प्रशांत जीरथ कहते हैं कि किसी भी सब्जी का सूप बनाकर पिएं. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी और बलगम भी कम हो जाएगा.
- बिस्तर पर रूसी या धूल-मिट्टी ना हो इसका खास ध्यान रखें. बिस्तर और तकियों की समय-समय पर सफाई करते रहें.
- अपने सोने या उठने बैठने के गद्दे और रजाई आदि पर कवर चढ़ाकर रखें.
- घर में अगर नमी ज्यादा हो तो डिह्यूमिफाइडर का इस्तेमाल करें.
- पालतु जानवरों को छुएं तो हाथ जरूर धोएं. उनके बाल यहां-वहां ना फैले रहने दें.
- अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.