Shape Of Roti And Paratha: अपने देश के हर हिस्से में रोटी (Roti) और पराठे (Parathe) भोजन में शामिल हैं और लोग चाव से खोते हैं. अधिकतर भागों में पराठे नाश्ते (Breakfast) में लेना पसंद किया जाता है जबकि रोटी दोपहर और रात में भोजन (Lunch And Dinner) में शामिल होता है. गोल, नर्म और मुलायम रोटियां बनाना किसी कला से कम नहीं हैं. इसी तरह करारे पराठे तैयार करना भी आसान नहीं होता है. अच्छी रोटियां व पराठे बनाने वालों को पाक कला में निपुण माना जाता है. हर दिन के भोजन में शामिल रोटी और पराठे को लेकर दिपचस्प सवाल है कि आखिर रोटी गोल और पराठे तिकोने क्या होते हैं . आइए जानते हैं इसका जवाब...
होंठ, नाक या आंख के पास है तिल तो आप खुद जान लेंगे कैसा है सामने वाला, मिनटों में खोल देंगे उससे जुड़े सारे राजआखिर क्यों होती है रोटी गोल
रोटी बनाने के लिए आटे को गूंथा जाता है और फिर उनसे लोई बनाकर रोटियां बेली जाती हैं . अब चूंकि लोइयां गोल होती हैं इसलिए रोटी का आकार बेलने के बाद गोल होता है . इसके साथ ही माना जाता है कि पहले के समय में सैनिकों को युद्ध में जाने से पहले रोटी खाने को दी जाती थी. उसे ऐसे आकार में बनाया जाता था कि वे जल्दी से एसपर कुछ रखकर खा सके. इसलिए रोटियों का आकार कटोरी की तरह होता था और सैनिक उस पर सब्जी या कोई अन्य चीज रखकर आसानी से खा लेते थे. धीरे धीरे रोटियों को गोल बेलने का प्रचलन हो गया.
पराठा क्यों बनाया जाता है तिकोना
पराठा बनाने के लिए उसमें लेयर बनानी पड़ती है इसके लिए लोई को बेलने के बाद उस पर तेल या घी लगाकर फोल्ड किया जाता है. तीन बार फोल्ड करने से आसानी से पराठे का आकार तिकोना हो जाता है. इस आकार के पराठे को सेंकने में भी आसानी होती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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