
खराब लाइफस्टाइल के चलते आजकल लोगों को कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं. इनमें सबसे ज्यादा मोटापे और ब्लड शुगर जैसी समस्या आम है. यही वजह है कि फिट रहने के लोग कई चीजों से तौबा करने लगे हैं, जिनमें सबसे बड़ा नाम चीनी का है. चीनी को सोशल मीडया पर कुछ लोग सफेद जहर भी कहने लगे हैं, जो शरीर के लिए कई मायनों में खतरनाक होता है. ऐसे में लोग मीठे के लिए दूसरे विकल्प तलाश करते हैं, जिनमें गुड़ और खांड भी शामिल है. कुछ लोगों का मानना है कि गुड़ या फिर देसी खांड खाने से कोई नुकसान नहीं होता है. आइए जानते हैं कि इसे लेकर एक्सपर्ट क्या कहते हैं.
कैसे बनता है गुड़ और खांड?
चीनी, गुड़ और खांड... तीनों ही गन्ने से बने प्रोडक्ट हैं. गुड़ को इनमें सबसे अच्छा और शुद्ध माना जाता है. इसे गन्ने को रस को उबालकर तैयार किया जाता है और इसमें किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता. वहीं खांड को भी बड़े बर्तन में डालकर गर्म किया जाता है और इसके बाद इसे घुमाया जाता है. कुछ देर बाद ये चीनी की तरह दिखने लगता है और इसका बूरा तैयार कर लिया जाता है. ये चीनी का एक ऐसा वर्जन है, जिसमें केमिकल इस्तेमाल नहीं होता और जो किसी प्रोसेस से नहीं गुजरा होता है.
अब बात करें चीनी की तो इसे क्रिस्टल क्लियर और सफेद बनाने के लिए कई बार प्रोसेस किया जाता है, जिसके लिए कुछ केमिकल का इस्तेमाल भी होता है. इससे चीनी में कोई भी पोषक तत्व नहीं बचते हैं और ये सिर्फ मिठास घोलने वाली चीज बन जाती है.
क्या खाना है बेहतर?
जैसा कि हमने आपको बताया कि चीनी प्रोसेस्ड होती है और उसमें केमिकल का इस्तेमाल होता है, ऐसे में ये बात तो साफ हो गई कि चीनी का सेवन ज्यादा करना खतरनाक हो सकता है. इसकी जगह गुड़ और खांड बेहतर विकल्प हैं, क्योंकि इनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं. हालांकि इनका ज्यादा सेवन भी खतरनाक हो सकता है.
सर्दियों में दही जमाने की ये है निंजा टेक्निक, ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं सही तरीका
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर आशीष सहगल ने अपने एक यूट्यूब वीडियो में बताया कि भले ही गुड़ और देसी खांड कुछ मायनों में चीनी से बेहतर है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए ये भी उतने ही नुकसानदायक हैं, जितनी चीनी है. क्योंकि इन सभी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी चीनी के जितना ही होता है. डॉक्टर ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि रेगुलर गुड़ या खांड को खाया जा सकता है, वो गलत हैं. इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं