How To Keep Tulsi Plant Green: इस तरह खिला-खिला रहेगा तुलसी का पौधा.
Tulsi Care Tips: नवंबर माह में तुलसी विवाह मनाया जाता है. सभी चाहते हैं इस अवसर पर तुलसी का पौधा खूब हरा भरा और सेहतमंद रहे. कई बार बदलते मौसम और पौधे की ठीक से देखभाल (Plant Care) नहीं होने से तुलसी का पौधा मुरझाने लगता है या उसमें सही ग्रोथ नहीं होती है. कहते हैं घर में तुलसी का सूखा पौधा नहीं रखना चाहिए. इसके पीछे धार्मिक कारण भी जुड़े हुए हैं. आइए जानते हैं तुलसी के पौधे की सही देखभाल के लिए कौन-कौन सी चीजों को खाद की तरह इसमें डाला जा सकता है.
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तुलसी के पौधे में डाल सकते हैं ये खाद
गोबर खाद
तुलसी के पौधे को हरा भरा रखने के लिए उसमें गोबर की खाद डालनी चाहिए. इसके लिए गोबर को सुखा लें और उसे तुलसी के पौधे की जड़ों के पास मिट्टी को खोद कर डाल दें. इससे पौधा कुछ ही दिनों में हरा भरा हो जाएगा.
चायपत्ती की खाद
उपयोग की गई चायपत्ती भी खाद का काम करती है. चायपत्ती को पानी से धोकर सुखा लें. इसे तुलसी के पौधे के आसपास की मिट्टी में डाल दें. चायपत्ती (Chaipatti) की खाद मिट्टी में नमी बनाए रखने में मदद करती है जिससे पौधे सूखते नहीं हैं.
केले के छिलके का खाद
केले के छिलके में पौटेशियम पाया जाता है. छिलके को रातभर के लिए पानी में रखें और सुबह इस पानी को तुलसी के पौधे में डाल दें. पौटेशियम पौधों को कुछ ही दिन में हरा-भरा कर देता है.
अगरबत्ती की राख और पूजा के फूल
अगरबत्ती की राख और पूजा के फूल भी खाद का काम कर सकते हैं. अगरबत्ती की राख को पौधे की जड़ों में डाल देना चाहिए. पूजा के फूल कुछ ही दिनों में खाद (Fertilizers) में बदल जाते हैं. इन्हें भी खाद की तरह उपयोग में लाया जा सकता है.
एप्सम खाद
एप्सम सॉल्ट अच्छे किस्म का फर्टिलाइजर है. इसे तुलसी के पौधे की ग्रोथ के लिए उपयोग में लाया जा सकता है. हालांकि, इसकी बहुत थोड़ी मात्रा ही पौधे की जड़ों में देनी चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.