
Walking barefoot vs walking wearing shoes : वॉक करना हेल्दी और एक्टिव रहने का एक आसान और इफेक्टिव तरीका है. लेकिन जब बात आती है, बिना जूते (Sahi Shoes Kaise Chune) के चलने और जूते पहनकर वॉक करने की, तो सोचना पड़ता है कि सही तरीका क्या है. कुछ लोग बिना जूते के वॉक करने को एक बेहतर और नेचुरल तरीका मानते हैं. जबकि कुछ का मानना है कि जूते (Shoes Pahanane Ke Fayde) पैरों को जरूरी सुरक्षा और सपोर्ट देते हैं. तो, कौन सा बेहतर है? शूज पहन कर वॉक करना या बेयर फुट वॉक करना. इसका कोई सटीक जवाब नहीं है. ये इस बात पर डिपेंड करता है कि आप किस जगह वॉक (Right Way To Walk) कर रहे हैं. फिलहाल जानते हैं दोनों ही कंडिशन्स के फायदे और नुकसान.
बिना जूते पहन कर चलने के फायदे और नुकसान- Walking Without Shoes- Advantage and Disadvantage
1. बिना जूते चलने के फायदेबिना जूते चलने के कई फायदे होते हैं. ये पैरों की मसल्स, टेंडन और लिगामेंट्स को नेचुरली काम करने का मौका देता है. जिससे पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं और बैलेंस में सुधार होता है. हमारे पैरों के तलवे में हजारों वेन्स आकर खत्म होती हैं, जो ब्रेन को जरूरी जानकारी भेजती हैं. बिना शूज के वॉक करने से ये वेन्स एक्टिव होती हैं.
2. बिना जूते चलने के नुकसानबिना शूज पहने चलने के कुछ नुकसान भी हैं. अगर लंबे समय तक हार्ड सरफेस पर बिना शूज पहने चलें, तो जोड़ों में दर्द, फ्रैक्चर या प्लांटर फासाइटिस हो सकता है. एथलीट फूट्स, फंगल इन्फेक्शन और पैरासाइटिक रोग होने का भी खतरा बढ़ सकता है. जो लोग हमेशा जूते पहनते आए हैं, उन्हें नंगे पैर चलने में शुरू में परेशानी हो सकती है.
जूते पहन कर चलने के फायदे और नुकसान- Walking With Shoes- Advantage and Disadvantage
1. जूते पहनकर चलने के फायदेआजकल के शूज की बनावट काफी बदल गई है. अब शूज पैरों को आर्च सपोर्ट, शॉक एब्जॉर्प्शन और कुशनिंग भी देते हैं. जिससे जोड़ो पर दबाव कम पड़ता है. खासकर सख्त सतहों पर चलने में आराम मिलता है. स्पोर्ट्स वाले लोग और जो लंबी दूरी तक चलते या दौड़ते हैं. उन्हें शूज बेहतर परफार्म करने में भी मदद करते हैं. जूते पहनने से पैर गंदे नहीं होते और पब्लिक प्लेसेस पर मौजूद बैक्टीरिया और फंगस से कॉन्टेक्ट कम होता है.
2. जूते पहनकर चलने के नुकसानगलत शेप या साइज के जूते बुनियन्स, हैमरस और इनग्रोवन नाखून जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. कुछ शूज की वजह से पैरों की वेन्स भी कम एक्टिव हो जाती हैं. अगर प्रॉपर आर्च सपोर्ट न मिले तो चलने का पैटर्न भी बदल सकता है. जिसकी वजह से बाद में पैरों में दर्द होता है.
कौन सा ऑप्शन है ज्यादा बेहतर?
- ये फैसला आपके एन्वायरमेंट, चलने की जगह और पर्सनल च्वाइस पर डिपेंड करता है.
- आप अगर घास के मैदान, रेतीली समुद्री सतह या घर के अंदर चल रहे हैं, तो बिना शूज के चल सकते हैं.
- हार्ड, रफ या ज्यादा उबड़-खाबड़ सरफेस पर चलने के लिए जूते पहनना जरूरी होता है.
- जिनके पैरों में कुछ प्रॉब्लम है, उन्हें सोच-समझकर शूज सिलेक्ट करना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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