एमडीएच (MDH) के सांबर मसालों में साल्मोनेला बैक्टीरिया (Salmonella Bacteria) पाए गए, जिसके बाद एमडीएच की कुछ लॉट्स को हटा दिया गया. सांबर मसाले में इस बैक्टीरिया की जांच यूएस के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने की. इन सांबर मसालों की बिक्री नॉर्थ कैरोलीना और हाउस ऑफ स्पाइसेज़ (इंडिया) द्वारा की जा रही थी. इस खबर के बाद इंडिया का ये सबसे मशहूर मसाला ब्रांड चर्चा में आ गया. लोग जानना चाहते हैं कि मसाले में पाए गए ये बैक्टिरिया आखिर हैं क्या?. यहां जानिए कि साल्मोनेला बैक्टीरिया आखिर है क्या और यह कैसे आपके शरीर को नुकसान पहुंचाता है.
अमेरिका में MDH के सांभर मसाले में साल्मोनेला बैक्टीरिया मिला
क्या है साल्मोनेला? (What is Salmonella)
साल्मोनेला बैक्टिरिया के ग्रुप का नाम है, जो आपकी आंतों को प्रभावित करती है. साल्मोनेला बैक्टिरिया जानवरों जैसे अंडा, बीफ, कच्चे मुर्गों और फल-सब्जियों के साथ-साथ मनुष्यों के आंतों में भी पाया जाता है. इसके अलावा ये बैक्टिरिया सांप, कछुए और छिपकली से भी फैलता है.
कैसे फैलता है साल्मोनेला बैक्टिरिया?
साल्मोनेला बैक्टिरिया के संक्रणित जानवरों के जरिए ये दूसरे जानवरों में फैलता है. वहीं, मनुष्यों में यह कच्चा मांस, अंडा या उससे बने प्रोडक्ट्स, बीफ या उससे बने प्रोडक्ट्स से फैलता है. बता दें, ये बैक्टिरिया छोटे बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा होता है.
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कैसे पता लगेगा कि आप साल्मोनेला बैक्टिरिया से प्रभावित हैं या नहीं?
अगर आपको कुछ खाने के 12 से 36 घंटों के भीतर यहां दिए गए लक्षण नज़र आए तो हो सकता है कि आप साल्मोनेला बैक्टिरिया से संक्रमित हो गए हैं. ये लक्षण हो तो डॉक्टर से जरूर दिखाएं.
1. डायरिया
2. पेट दर्द
3. उलटी
4. बुखार
5. सिर दर्द
6. जी मचलना
साल्मोनेला बैक्टिरिया क्यों होता है?
ये बैक्टिरिया जानवरों, मनुष्यों और पक्षियों के आंत में रहता है. यह बैक्टिरिया संक्रमित व्यक्ति के मल में रहता है. साल्मोनेला बैक्टिरिया से संक्रमित खाना खाने से ही व्यक्ति इसकी चपेट में आता है.
साल्मोनेला बैक्टिरिया से होता है टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever)
टाइफाइड साल्मोनेला बैक्टीरिया से फैलने वाली खतरनाक बीमारी है. टाइफाइड में पीड़ित व्यक्ति के पाचन तंत्र और ब्लड स्ट्रीम में साल्मोनेला बैक्टिरिया प्रवेश कर जाते हैं, जिससे डायरिया, कमज़ोरी, उलटी, बुखार और दर्द होता है. गंदे पानी, संक्रमित जूस या भोजन की वजह से साल्मोनेला बैक्टीरिया शरीर के अंदर प्रवेश करता है.
साल्मोनेला बैक्टिरिया का इलाज
साल्मोनेला बैक्टिरिया में उलटी और डायरिया की वजह से पीड़ित के शरीर में पानी की कमी हो जाती है. क्योंकि कुछ खाना या पानी पचता नहीं है. इसलिए मरीज को हल्का खाना दिया जाता है. फ्रेश जूस और इलेक्ट्रोलाइट पिलाया जाता है. ग्लूकोज़ चढ़ाया जाता है. साथ ही एंटी-बायोटिक देकर इंफेक्शन को खत्म किया जाता है.
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