प्रतीकात्मक तस्वीर
उम्र के एक पड़ाव पर पहुंचते ही तमाम नाते-रिश्तेदारों और मित्रमंडली को आपके रिलेशनशिप स्टेटस को लेकर चिंता होने लगती है। 'पैनिक लेवल' तब और भी हाई हो जाता है जब आप सिंगल हैं। हर कोई रिलेशनशिप एड्वाइस लेकर टपक पड़ता है, रिलेशनशिप के मायने समझाने लगता है।
आलम ये हो जाता है कि जितना दुखी आप अपने अकेलेपन से नहीं होते उतना ऐसे 'शुभचिंतकों' के साथ होने से हो जाते हैं। अब उन्हें ये कौन समझाए कि सिंगल होना भी बड़ी उपलब्धि है। उन्हें ये कौन समझाए कि दुनिया में अफेयर, सगाई और शादी से भी बढ़कर कई चीज़ें हैं।
खैर, अगर आप सिंगल हैं और खुश हैं, तो सामने वाले को भी इसका अहसास दिलाअए। लोगों को ये बताइये कि आप सिंगल हैं क्योंकि-
आपको अपनी 'आज़ादी' प्यारी है
जब हम किसी रिलेशनशिप में होते हैं तो पार्टनर के हिसाब से ड्रेसिंग, लाइफस्टाइल और सोशल सर्किल को लेकर कई एडजस्टमेंट करने पड़ते हैं। अगर कोई इसके बावजूद रिश्ते में खुश है तो अच्छी बात है। लेकिन अगर किसी की रोक-टोक आपको 'बर्दाश्त' नहीं होती, तो सौमझौते कर घुट-घुटकर रिश्ते में जीने से बेहतर है कि आप बिना किसी रिश्ते में रहें।
आपको अभी भी अपने सोलमेट का इंतज़ार है
हो सकता है कि आप अभी तक जितने भी रिलेशनशिप में गए, खुश न रह पाए हों और ब्रेक-अप हो गया। इसका ये मतलब कतई नहीं है कि आपमें कोई कमी है। यह भी तो हो सकता है न कि आपकी मुलाकात अभी तक उस इंसान से हुई ही नहीं है 'जिसे ऊपरवाले ने आपके लिए बनाया है'।
दुर्घटना से देर भली
हो सकता है कि आपके स्कूल और कॉलेज के कई दोस्तों की शादी हो चुकी हो या उनके बच्चे तक हो चुके हों। तो क्या हुआ? इससे कौन सी आफत आ गई आपके सिर पे? यह भी तो हो सकता है न कि आपकी और उनकी प्राथमिकताएं अलग थीं, इसलिए आपकी अभी तक शादी, बच्चे या कोई अफेयर नहीं हुआ। अगर दोस्तों के रिलेशनशिप स्टेटस का हवाला देते हुए कोई आपपर शादी-ब्याह का दबाव डाले तो उन्हें समझाइये कि जल्दबाज़ी में गलत रिश्ते में पड़कर और फिर दुखी होकर ब्रेक अप या तलाक लेने से तो बेहतर है कि आप सही वक्त और सही शख्स का इंतज़ार करें।
अगर इतने से भी बात न बने, तो अपने शुभचिंतक के सामने 'जोड़ियां ऊपरवाला बनाता है' टाइप्स फिल्मी बातें करिए। क्या पता ये फॉर्मूला काम आ जाए। वैसे, ये वाली ट्रिक पता तो है न आपको?
आलम ये हो जाता है कि जितना दुखी आप अपने अकेलेपन से नहीं होते उतना ऐसे 'शुभचिंतकों' के साथ होने से हो जाते हैं। अब उन्हें ये कौन समझाए कि सिंगल होना भी बड़ी उपलब्धि है। उन्हें ये कौन समझाए कि दुनिया में अफेयर, सगाई और शादी से भी बढ़कर कई चीज़ें हैं।
खैर, अगर आप सिंगल हैं और खुश हैं, तो सामने वाले को भी इसका अहसास दिलाअए। लोगों को ये बताइये कि आप सिंगल हैं क्योंकि-
आपको अपनी 'आज़ादी' प्यारी है
जब हम किसी रिलेशनशिप में होते हैं तो पार्टनर के हिसाब से ड्रेसिंग, लाइफस्टाइल और सोशल सर्किल को लेकर कई एडजस्टमेंट करने पड़ते हैं। अगर कोई इसके बावजूद रिश्ते में खुश है तो अच्छी बात है। लेकिन अगर किसी की रोक-टोक आपको 'बर्दाश्त' नहीं होती, तो सौमझौते कर घुट-घुटकर रिश्ते में जीने से बेहतर है कि आप बिना किसी रिश्ते में रहें।
आपको अभी भी अपने सोलमेट का इंतज़ार है
हो सकता है कि आप अभी तक जितने भी रिलेशनशिप में गए, खुश न रह पाए हों और ब्रेक-अप हो गया। इसका ये मतलब कतई नहीं है कि आपमें कोई कमी है। यह भी तो हो सकता है न कि आपकी मुलाकात अभी तक उस इंसान से हुई ही नहीं है 'जिसे ऊपरवाले ने आपके लिए बनाया है'।
दुर्घटना से देर भली
हो सकता है कि आपके स्कूल और कॉलेज के कई दोस्तों की शादी हो चुकी हो या उनके बच्चे तक हो चुके हों। तो क्या हुआ? इससे कौन सी आफत आ गई आपके सिर पे? यह भी तो हो सकता है न कि आपकी और उनकी प्राथमिकताएं अलग थीं, इसलिए आपकी अभी तक शादी, बच्चे या कोई अफेयर नहीं हुआ। अगर दोस्तों के रिलेशनशिप स्टेटस का हवाला देते हुए कोई आपपर शादी-ब्याह का दबाव डाले तो उन्हें समझाइये कि जल्दबाज़ी में गलत रिश्ते में पड़कर और फिर दुखी होकर ब्रेक अप या तलाक लेने से तो बेहतर है कि आप सही वक्त और सही शख्स का इंतज़ार करें।
अगर इतने से भी बात न बने, तो अपने शुभचिंतक के सामने 'जोड़ियां ऊपरवाला बनाता है' टाइप्स फिल्मी बातें करिए। क्या पता ये फॉर्मूला काम आ जाए। वैसे, ये वाली ट्रिक पता तो है न आपको?
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