अंकित श्वेताभ: सर्दी हो, गर्मी हो, बरसात हो, सुबह हो या दोपहर हो एक कप चाय (Tea) मिल जाए तो लोगों का दिन बन जाता है. लेकिन दूध शक्कर वाली चाय (Tea With Sugar) कितनी अनहेल्दी होती है यह हम सभी जानते हैं. ऐसे में लोग ऐसी चाय की तलाश करते हैं जो मूड को रिफ्रेश करने के साथ ही सेहत में भी फायदेमंद हो और जब हेल्दी चाय की बात आती है, तो इसमें बुंदेली चाय (Bundeli Tea) से लेकर गुजराती चाय का जिक्र जरूर होता है, तो आइए आज आपको बताते हैं इन चाय की खासियत.
वजन कम करने के लिए कुछ खास चाय | Special Tea for weight loss
बुंदेली चायबुंदेलखंड में गोती चाय बहुत फेमस है, जो एक तरीके से ग्रीन टी की तरह ही दिखती है. लेकिन इसमें लेमन ग्रास का इस्तेमाल किया जाता है. हल्की से नींबू की सुगंध वाली चाय की चुस्की आपको तरोताजा कर देती है. इतना ही नहीं गोती चाय में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर के अंदर संक्रमण को कम करते हैं और वेट लॉस करने में भी बहुत फायदेमंद होते हैं. इतना ही नहीं यह चाय कोलेस्ट्रॉल और फैट को कम करने का काम करती है. इस गोती चाय में एंटी एजिंग गुण भी पाए जाते हैं.
पातालकोट की चायपातालकोट के आदिवासियों में काली चाय बहुत प्रचलित है, यह चाय बगैर दूध के बनाई जाती है. इसके लिए दो कप पानी, एक चम्मच चाय की पत्ती और तीन चम्मच गुड़ या शक्कर डाला जाता है और चाय को तब तक पकाया जाता है जब तक की ये आधी ना हो जाए. यह चाय दिमाग को शांत करने का काम करती है और तनाव को दूर रखती है.
गुजरात में मसाला चाय सुबह घरों से लेकर मेहमानों तक को सर्व की जाती है. इसमें चाय पत्ती के अलावा काली मिर्च, सोंठ, तुलसी, दालचीनी, छोटी और बड़ी इलायची, पिपरामूल, जायफल और लौंग मिलाकर इसे तैयार किया जाता है, जो इसे एक हेल्दी और टेस्टी चाय बनाती है. सौराष्ट्र में इसे जेठीमद चाय के नाम से जाना जाता है.
राजस्थानी धनिया चायराजस्थान के कुछ हिस्सों में धनिया की चाय बहुत फेमस है, जिसे दो कप पानी में जीरा और धनिया के बीज, चाय पत्ती और सौंफ डालकर बनाया जाता है, इसके बाद इसमें अदरक और शक्कर स्वाद अनुसार डाली जाती है. यह चाय गले की समस्या, अपच और गैस से परेशान लोगों के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है.
पातालकोट में सर्दियों के दिनों में अनंतमूली चाय भी बहुत प्रचलित है. अनंतमूल एक पौधा है, जिसकी तासीर गर्म होती है. इसकी जड़ निकालकर अच्छे से साफ करके पानी में खौलाया जाता है. थोड़ी सी चाय पत्ती डालकर इस चाय को बनाया जाता है, यह चाय दमा और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है. खासकर ठंड के दिनों में इस चाय का सेवन जरूर करना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है
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