विज्ञापन

बच्चे की PTM में पैरेंट्स को जरूर पूछने चाहिए ये 5 सवाल, पैरेंटिंग कोच ने कहा पता चलेगी बच्चे की असल ग्रोथ 

Questions For PTM: पैरेंट्स टीचर मीटिंग में बच्चा किस तरह पढ़ाई कर रहा है इससे हटकर भी कुछ सवाल पूछे जाने जरूरी हैं. यहां जानिए पैरेंटिंग कोच किन 5 सवालों को जरूर पूछने की सलाह दे रही हैं. 

बच्चे की PTM में पैरेंट्स को जरूर पूछने चाहिए ये 5 सवाल, पैरेंटिंग कोच ने कहा पता चलेगी बच्चे की असल ग्रोथ 
What To Ask In PTM: पैरेंट्स को बच्चे के टीचर से कुछ सवाल जरूर पूछने चाहिए. 

Parents Teacher Meeting: महीने, तीन महीने या कभी-कभी 6 महीने और साल में एक बार भी पैरेंट्स टीचर मीटिंग की जाती है. स्कूल में बच्चों के माता-पिता आते हैं और उनके टीचर्स से सवाल-जवाब करते हैं. लेकिन, कई बार पैरेंट्स बिना किसी तैयारी के ही टीचर्स(Teachers) से मिलने आ जाते हैं और उन्हें पता ही नहीं होता है कि उन्हें बच्चे के बारे में टीचर्स से क्या-क्या पूछना चाहिए और क्या नहीं. कई बार पैरेंट्स टीचर से बस यह पूछ आते हैं कि बच्चा पढ़ाई में कैसा है और बात मानता है या नहीं.  लेकिन, बच्चे की ग्रोथ को बेहतर तरह से समझने के लिए सवाल इतने सीमित नहीं होने चाहिए. अगर सवाल सही नहीं होंगे तो टीचर से पैरेंट्स (Parents) बच्चे के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जान पाएंगे जबकि पीटीएम (PTM) का मतलब ही होता है पैरेंट्स और टीचर की आपसी बातचीत जिससे बच्चे की क्लास में पढ़ाई के अलावा बाकी चीजों में कैसी परफॉर्मेंस रहती है और उसका व्यक्तित्व किस तरफ बढ़ रहा है यह पता लगाया जा सके. इसी बारे में बता रही हैं पैरेंटिंग कोच रिद्धि देओरा. रिद्धि ने बताया कि पैरेंट्स को बच्चे के टीचर से पीटीएम में ये 5 सवाल जरूर करने चाहिए. 

बच्चे के एडमिशन के लिए ढूंढ रहे हैं स्कूल तो इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान, यह जाने बिना ना कराएं दाखिला 

पीटीएम में जरूर पूछने चाहिए ये 5 सवाल | 5 Questions You Must Ask In PTM 

क्या मेरा बच्चा क्लासरूम में अडेप्ट कर पा रहा है 

पैरेंट्स इस सवाल से यह समझ सकते हैं कि बच्चे की क्लास में परफॉर्मेंस कैसी है और बच्चे को कहीं चीजें समझने में दिक्कत तो नहीं होती है. अगर टीचर यह कहे कि बच्चा क्लास में अडेप्ट नहीं कर पा रहा तो इससे पैरेंट्स को समझ आएगा कि उन्हें बच्चे की किन कमजोरियों पर वर्क करना है. अगर बच्चा सही तरह से चीजों को अडेप्ट करता होगा तो इसका मतलब है कि वह क्लास में अंटेंटिव रहता है और जो कुछ पढ़ाया जा रहा है उसपर ध्यान देता है. 

अपने क्लासमेट्स के साथ कैसा है बच्चे का इंटरेक्शन 

सिर्फ टीचर से ही नहीं बल्कि बच्चे का इंटरेक्शन (Interaction) अपने साथियों के साथ भी अच्छा होना चाहिए. अगर बच्चे का इंटरेक्शन अपने दोस्तों और क्लास के बाकी बच्चों के साथ बिल्कुल भी नहीं है तो इसका यह मतलब हो सकता है कि बच्चा इंट्रोवर्ट है और उसकी सोशल स्किल्स अच्छी नहीं हैं. 

बच्चे का फेवरेट सब्जेक्ट या टॉपिक कौनसा है 

बच्चे के फेवरेट सब्जेक्ट या टॉपिक को जानकर यह समझा जा सकता है कि बच्चे की रुचि किस तरफ है. अगर बच्चे को मैथ्स या साइंस पसंद है तो पैरेंट्स उस दिशा में बच्चे को और आगे बढ़ाने के प्रयास कर सकते हैं. वहीं, अगर बच्चा खेल-कूद में बहुत अच्छा है तो उसे उस खेल में आगे ले जाने के लिए प्रॉपर ट्रेनिंग दिलवाई जा सकती है. 

क्या बच्चा सीखने में मग्न रहता है 

अगर बच्चा अच्छे से क्लास में सबकुछ सीखता है तो उसकी वृद्धि और विकास के लिए यह बेहद अच्छा है. इस सवाल से पैरेंट्स समझ सकते हैं कि बच्चे की नई चीजें सीखने में रुचि है या नहीं. अगर रुचि नहीं होगी तो पैरेंट्स बच्चे का फोकस बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं. 

क्या हाल में कोई इंप्रूवमेंट या चैलेंजेस रहे हैं 

बच्चे की हालिया रिपोर्ट लेना जरूरी है. बच्चे ने अगर कुछ सराहनीय किया है, किसी सब्जेक्ट में इंप्रूवमेंट (Subject Improvement) दिखाई है तो पैरेंट्स समझ सकते हैं कि बच्चे का अभी का शेड्यूल या पढ़ने का तरीका सही है. लेकिन, अगर कुछ चैलेंजेस होंगे तो पैरेंट्स बच्चे को इन चैलेंजेस से निकालने की बेहतर कोशिश कर पाएंगे. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com