Nobel Prize: अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee), एस्थर डुफलो (Esther Duflo) और माइकल क्रेमर (Michael Kremer) को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize For Economics) सम्मानित किया गया है. इस दौरान डॉक्टर बनर्जी और डुफलो दोनों ही भारतीय अवतार में नज़र आए. अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफलो दोनों पति-पत्नी हैं. स्टॉकहोम के कॉन्सर्ट हॉल में अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान डॉक्टर बनर्जी पारंपरिक बंगाली अंदाज में नज़र आए तो उनकी पत्नी और नोबेल विजेता एस्थर डुफलो साड़ी में दिखीं.
58 साल के अभिजीत बनर्जी ने क्रीम कुर्ता, सफेद धोती और बंद गले वाला ब्लैक वेस्ट पहना. वहीं, फ्रेंच अमेरिकन डॉक्टर डुफलो कॉटन-सिल्क नीली साड़ी, लाल ब्लाउज़ और रेड बिंदी में दिखीं. अभिजीत बनर्जी ने बंगाली स्टाइल में धोती-कुर्ता पहना. पहले लोग इसी तरह ऑफिस या घरों से बाहर जाया करते थे. आज भी यह धोती-कुर्ता बंगाल के पुरुष खास मौकों जैसे शादी या पूजा-पाठ पर पहनते हैं.
Nobel विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी बोले- 'डगमगाती स्थिति में है भारतीय अर्थव्यवस्था'
द नोबल प्राइज़ के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफलो का नोबल पुरुस्कार लेते हुए वीडियो शेयर किया गया. इस दो मिनट की वीडियो में अभिजीत बनर्जी, एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को अर्थशास्त्र में मेडल और डिप्लोमा लेते हुए दिख रहे हैं.
Watch Abhijit Banerjee, Esther Duflo and Michael Kremer receive their medals and diplomas at the #NobelPrize award ceremony today. Congratulations!
— The Nobel Prize (@NobelPrize) December 10, 2019
They were awarded the 2019 Prize in Economic Sciences “for their experimental approach to alleviating global poverty.” pic.twitter.com/c3ltP7EXcF
अभिजीत बनर्जी, एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को‘एक्सपेरिमेंटल एप्रोच टू एलिवेटिंग ग्लोबल पोवर्टी' के लिए नोबल दिया गया. नोबेल कमेटी ने अपने बयान में कहा, इस रिसर्च से वैश्विक गरीबी से निपटने में मदद मिलेगी.
Abhijit Banerjee: कौन हैं अभिजीत बनर्जी जिन्हें मिला अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
अभिजीत कोलकाता में पैदा हुए और उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से पढ़ाई की. अभिजीत बनर्जी ने जेएनयू से अर्थशास्त्र में मास्टर्स भी किया. फिलहाल वह अभी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं.
बता दें, अर्थशास्त्र के लिए साल 1998 में सबसे पहले भारतीय मूल के अमर्त्य सेन को नोबेल पुरस्कार दिया गया था. वहीं, 1972 में जन्मी डुफलो सबसे कम उम्र की और दूसरी ऐसी महिला हैं, जिन्हें आर्थिक क्षेत्र में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. सबसे पहले साल 2009 में ऑस्ट्रोम पहली महिला थीं, जिन्हें इकोनॉमिक साइंस के लिए नोबल पुरस्कार मिला था.
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