मिलिंद सोमन ने फैन्स के साथ शेयर किया मेंटल हेल्थ से जुड़ा जरूरी सबक, कहा- ''बोर होना आपकी च्वॉइस...''

हाल ही में मिलिंद सोमन (Milind Soman) ने मेंटल और इमोशनल हेल्थ से जुड़ा अपना बेहद ही जरूरी लेसन फैन्स के साथ शेयर किया है. 

मिलिंद सोमन ने फैन्स के साथ शेयर किया मेंटल हेल्थ से जुड़ा जरूरी सबक, कहा- ''बोर होना आपकी च्वॉइस...''

मिलिंद सोमन ने इंस्टाग्राम पर यह पोस्ट शेयर की है.

नई दिल्ली:

जब भी बात हेल्थ और फिटनेस की आती है तो कह सकते हैं कि सोशल मीडिया पर मिलिंद सोमन को जरूर फॉलो करना चाहिए. सुपरमैन पुशअप्ल से लेकर अपनी 81 साल की मम्मी के साथ रस्सी कूदने तक मिलिंद सोमन (Milind Soman) के सोशल मीडिया हैंडल पर आपको हर तरह की फिटनेस मोटिवेशन मिलेगी. इसी बीच हाल ही में उन्होंने मेंटल और इमोशनल हेल्थ से जुड़ा अपना बेहद ही जरूरी लेसन फैन्स के साथ शेयर किया है. 

अपनी इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, ''जब मैं 16 साल का था तो मैंने मेरी स्विमिंग कोच संदीप दिव्गीकर से शिकायत की थी कि मेरी परफॉर्मेंस पर इसलिए प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि मैं अपने रूटीन और ट्रेनिंग कैंप से बोर हो गया हूं. इस पर उन्होंने मुझसे कहा था कि यह मेरी खुद की च्वॉइस है. ''

उन्होंने आगे लिखा, ''यह मेरी जिंदगी का पहला सबसे जरूरी सबक था. मेरे पार हर चीज की च्वॉइस है. खुश रहूं या ना रहूं, किसी मदद करूं या ना करूं, काम करूं या ना करूं, ये सब च्वॉइस ही हैं. इस वजह से खुद के लिए सही च्वॉइस करना भी हमारे अपने हाथों में है. बोर होना सबसे सामान्य बीमारी है, जो सब लोगों को होती है. यह बहुत सी मेंटल, इमोशनल और फिजिकल डिसऑर्डर की जड़ है. तो मैंने सीखा कि बोर होना या ना होना मेरी अपनी च्वॉइस है''. 

When I was 16, I complained to my swimming coach Sandeep Divgikar that my performance was suffering because I was bored with the routines and life at the training camp. He said that if I was bored, it was my choice. This is one of the most important lessons I have learnt: I have a choice in everything. To be happy or not, to help or not, to be productive or not, are all choices that we must make. And to make the right choice for ourselves is in our hands. Boredom is the most common disease that afflicts all people. It is the root of a lot of mental, emotional and physical disorder. So I learned: to be bored or not, is a choice. The simple truth is that if you open your mind and take a good look inside of yourself, the world is too big, life is too intense and there are too many things to see and explore to ever be bored. #betterhabits4betterlife #Live2Inspire #fitnessaddict #keepmoving #neverstop #nevergiveup #love . . . bored? What's that ?? 

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उन्होंने लिखा, ''एक छोटा सा सच यह है कि जब आप अपने दिमाग को खोलते हैं और अपने अंदर कुछ अच्छा देखथे हैं तो आपको पता चलता है कि दुनिया बहुत बड़ी है, जिंदगी बहुत ही तीव्र है और आपके पास इतना कुछ है देखने या करने के लिए कि आप कभी बोर नहीं हो सकते.''