नई दिल्ली:
कोई #sharetheload कैंपेन चला रहा है तो कोई महिलाओं के जन्मदिन पर उनका ब्रेस्ट एग्जामिनेशन की वकालत कर रहा है। फिल्म इंडस्ट्री ‘स्त्रीलिंग पुलिंग सेम थिंग’ का कॉन्सेप्ट परोस रही है तो वहीं मध्य प्रदेश सरकार के महिला एंव बाल विकास विभाग ने तो पुरुषों से इस दिन गुलाबी रंग के कपड़े तक पहनने की अपील कर डाली।
कुल मिलाकर, डिटरजेंट बेचने वाली कंपनी से लेकर महिलाओं के लिए नीतियां बनाने वाली सरकार की टारगेट ऑडियंस भी पुरुष ही हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि भले ही महिलाएं अपने दम पर दुनिया जीत लें, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें अगर पुरुष करें, तो महिलाओं को बेइंतहा खुशी मिलती है।
एक परुष की जिंदगी में पत्नी, बिटिया और मां से ज्यादा खूबसूरत और अहम महिला नहीं हो सकती, क्योंकि वो ना सिर्फ एक पुरुष की तमाम जरूरतें पूरी करती हैं, बल्कि किसी भी हाल में उनका साथ नहीं छोड़ती। इसलिए आज हम उन चीज़ों की लिस्ट लेकर हाजिर हैं, जिन्हें अगर पुरुष करें तो उससे महिलाओं को बेहद खुशी होगी।
पत्नी के लिए
घर के काम में हाथ बंटाएं: आपने अपनी धर्मपत्नी की सहूलियत के लिए भले ही नौकर-चाकरों की लाइन लगा दी हो, लेकिन अगर आप खुद अपनी पत्नी के साथ रसोई में खाना पकाएंगे या उनकी गैरमौजूदगी में घर और बच्चों का ख्याल रखेंगे तो उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होगी। आजमा के देख लीजिए।
सरप्राइज दें: महिलाओं को सरप्राइज बहुत अच्छे लगते हैं। भले ही आप दफ्तर से लौटते वक्त उनके लिए गजरा लेकर आएं, आपका ये अंदाज उनका दिल छू लेगा।
उनकी बातों पर ध्यान दें: महिलाओं को अच्छा लगता है जब पति उनकी बातों पर ध्यान देते हैं, उनके साथ किसी घटना पर चर्चा करते हैं। इसलिए वक्त निकालकर अपनी बेगम से दिल की बातें करें, उन्हें यकीन दिलाएं कि आप उनके साथ हमेशा रहेंगे।
तारीफ करें: दुनिया लाख तारीफ कर दे, लेकिन अगर पतिदेव ने नजर भरकर उन्हें देखा नहीं तो ये बात पत्नियों को बहुत खलती है। कोई और तारीफ करे या न करे, महिलाओं को आस रहती है कि उनके पति उनकी और उनकी उपलब्धियों की तारीफ करें।
सिक्योर करें: भले ही कोई महिला अपने दफ्तर में पुरुषों से आगे हों, लेकिन घर में वो हमेशा पति से ही उम्मीद रखती हैं कि वो उन्हें सिक्योर करें-फिजिकली, फाइनेंशियली और इमोश्नली।
बेटी के लिए
हर लड़की के लिए उसकी जिंदगी का पहला हीरो उसका पिता ही होता है। इस बात में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि हर लड़की अपने पति में अपने पिता की छवि ढूंढ़ती है। यानी एक लड़की की जिंदगी में उसके पिता का सबसे अहम किरदार होता है। जाहिर है ऐसे में उम्मीदों का ग्राफ भी काफी ऊंचा रहता है।
बेटी को बराबरी का दर्जा दें: मिडिल क्लास फैमिली में लड़कियों से ज्यादा महत्व लड़कों को दिया जाता है। इस बात से बेटियों को बेहद तकलीफ होती है। इसलिए कभी भी बेटी या बेटे में फर्क ना करें। पढ़ाई, खिलौने, खेल-कूद जैसी हर चीज में बेटियों को भी बराबरी का मौका दें।
डैडी-डॉटर डेट: महिलाओं को अच्छा लगता है जब पुरुष उन्हें स्पेशल महसूस करवाते हैं। ये बात आपकी 'छुटकी' पर भी लागू होती है। इसलिए हफ्ते या महीने में एक-दो बार अपनी बेटी के साथ ‘डेट’ पर जाएं। कुछ नहीं तो उन्हें आइसक्रीम खिलाने या पार्क घुमाने ही ले जाएं और उनके साथ ‘एक्सक्लूजिव’ वक्त बिताएं।
दोस्त और सपनों की बात करें: आपकी बेटी ये कहे या ना कहे लेकिन उसे उम्मीद रहती है कि आप उससे उनके दोस्तों, सपनों, फैंटेसी और गोल के बारे में बात करें और एक दोस्त की तरह उसकी उलझन सुलझाएं। बॉन्डिंग बढ़ाने के लिए बेटी से अपने स्कूल, कॉलेज के दिनों के किस्से शेयर करें।
मां के लिए
साथ वक्त बिताएं: स्टोर रूम में पड़े पुराने बक्से को खोलकर देखिए, आपकी मां ने आपके बचपन से लेकर अभी तक की कई यादगार चीज़ों- बचपन के कपड़े, खिलौने, पहली किताब, मेडल आदि को सहेजकर रखा होगा। एक बार फिर उनके साथ बैठिए और उस बक्से में मौजूद हर एक चीज़ से जुड़ी उन यादों को अपनी मां के साथ एक बार फिर से जी लीजिए। फिर देखिए आपकी मां कितनी खुश होती हैं। ऐसे ही अलग-अलग तरीकों से उनके साथ वक्त बिताएं और उनके मन की बात सुनें।
बीवी-मां के झगड़े में उनकी साइड लें: हो सकता है आपकी मां खुलकर इस बात पर नाराजगी न जाहिर करें कि आपने सास-बहू के झगड़े में अपनी पत्नी की वकालत क्यों की, लेकिन दिल ही दिल में उन्हें इस बात की टीस जरूर रहेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि मां को ये डर सताता है कि अब उनके बेटे पर उनका हक बंट गया है। इसलिए थोड़ा माइंड गेम तो आपको खेलना होगा। ताकि बीवी भी खुश और मां भी दुखी न हो।
जरूरी मामलों में उनकी सलाह लें: जब आप छोटे थे तो आपकी जिंदगी से जुड़े हर फैसले में आपके पिता आपकी मां की सलाह जरूर लेते होंगे। आप भी वैसा ही करें। इससे उन्हें ये भरोसा होगा कि आपकी जिंदगी में उनकी अहमियत और जरूरत अभी भी बराबर है। अपनी पसंद की लड़की से इंट्रोड्यूज कराएं: जितने अच्छे तरीके से एक मां अपने बच्चे की पसंद, नापसंद और जरूरत को समझती है उतना कोई नहीं समझ सकता। इसलिए अगर किसी लड़की से शादी करने की सोच रहे हैं तो उन्हें अपनी मां से जरूर मिलाइए। क्योंकि आपकी शादी को लेकर उनके भी ढेर सारे अरमान होंगे।
ये काम सिर्फ महिला दिवस के मौके पर ही ना करें बल्कि हर दिन करें, और घर की महिलाओं का ख्याल रखें। इसी में आपकी भी भलाई है।
कुल मिलाकर, डिटरजेंट बेचने वाली कंपनी से लेकर महिलाओं के लिए नीतियां बनाने वाली सरकार की टारगेट ऑडियंस भी पुरुष ही हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि भले ही महिलाएं अपने दम पर दुनिया जीत लें, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें अगर पुरुष करें, तो महिलाओं को बेइंतहा खुशी मिलती है।
एक परुष की जिंदगी में पत्नी, बिटिया और मां से ज्यादा खूबसूरत और अहम महिला नहीं हो सकती, क्योंकि वो ना सिर्फ एक पुरुष की तमाम जरूरतें पूरी करती हैं, बल्कि किसी भी हाल में उनका साथ नहीं छोड़ती। इसलिए आज हम उन चीज़ों की लिस्ट लेकर हाजिर हैं, जिन्हें अगर पुरुष करें तो उससे महिलाओं को बेहद खुशी होगी।
पत्नी के लिए
घर के काम में हाथ बंटाएं: आपने अपनी धर्मपत्नी की सहूलियत के लिए भले ही नौकर-चाकरों की लाइन लगा दी हो, लेकिन अगर आप खुद अपनी पत्नी के साथ रसोई में खाना पकाएंगे या उनकी गैरमौजूदगी में घर और बच्चों का ख्याल रखेंगे तो उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होगी। आजमा के देख लीजिए।
सरप्राइज दें: महिलाओं को सरप्राइज बहुत अच्छे लगते हैं। भले ही आप दफ्तर से लौटते वक्त उनके लिए गजरा लेकर आएं, आपका ये अंदाज उनका दिल छू लेगा।
उनकी बातों पर ध्यान दें: महिलाओं को अच्छा लगता है जब पति उनकी बातों पर ध्यान देते हैं, उनके साथ किसी घटना पर चर्चा करते हैं। इसलिए वक्त निकालकर अपनी बेगम से दिल की बातें करें, उन्हें यकीन दिलाएं कि आप उनके साथ हमेशा रहेंगे।
तारीफ करें: दुनिया लाख तारीफ कर दे, लेकिन अगर पतिदेव ने नजर भरकर उन्हें देखा नहीं तो ये बात पत्नियों को बहुत खलती है। कोई और तारीफ करे या न करे, महिलाओं को आस रहती है कि उनके पति उनकी और उनकी उपलब्धियों की तारीफ करें।
सिक्योर करें: भले ही कोई महिला अपने दफ्तर में पुरुषों से आगे हों, लेकिन घर में वो हमेशा पति से ही उम्मीद रखती हैं कि वो उन्हें सिक्योर करें-फिजिकली, फाइनेंशियली और इमोश्नली।
बेटी के लिए
हर लड़की के लिए उसकी जिंदगी का पहला हीरो उसका पिता ही होता है। इस बात में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि हर लड़की अपने पति में अपने पिता की छवि ढूंढ़ती है। यानी एक लड़की की जिंदगी में उसके पिता का सबसे अहम किरदार होता है। जाहिर है ऐसे में उम्मीदों का ग्राफ भी काफी ऊंचा रहता है।
बेटी को बराबरी का दर्जा दें: मिडिल क्लास फैमिली में लड़कियों से ज्यादा महत्व लड़कों को दिया जाता है। इस बात से बेटियों को बेहद तकलीफ होती है। इसलिए कभी भी बेटी या बेटे में फर्क ना करें। पढ़ाई, खिलौने, खेल-कूद जैसी हर चीज में बेटियों को भी बराबरी का मौका दें।
डैडी-डॉटर डेट: महिलाओं को अच्छा लगता है जब पुरुष उन्हें स्पेशल महसूस करवाते हैं। ये बात आपकी 'छुटकी' पर भी लागू होती है। इसलिए हफ्ते या महीने में एक-दो बार अपनी बेटी के साथ ‘डेट’ पर जाएं। कुछ नहीं तो उन्हें आइसक्रीम खिलाने या पार्क घुमाने ही ले जाएं और उनके साथ ‘एक्सक्लूजिव’ वक्त बिताएं।
दोस्त और सपनों की बात करें: आपकी बेटी ये कहे या ना कहे लेकिन उसे उम्मीद रहती है कि आप उससे उनके दोस्तों, सपनों, फैंटेसी और गोल के बारे में बात करें और एक दोस्त की तरह उसकी उलझन सुलझाएं। बॉन्डिंग बढ़ाने के लिए बेटी से अपने स्कूल, कॉलेज के दिनों के किस्से शेयर करें।
मां के लिए
साथ वक्त बिताएं: स्टोर रूम में पड़े पुराने बक्से को खोलकर देखिए, आपकी मां ने आपके बचपन से लेकर अभी तक की कई यादगार चीज़ों- बचपन के कपड़े, खिलौने, पहली किताब, मेडल आदि को सहेजकर रखा होगा। एक बार फिर उनके साथ बैठिए और उस बक्से में मौजूद हर एक चीज़ से जुड़ी उन यादों को अपनी मां के साथ एक बार फिर से जी लीजिए। फिर देखिए आपकी मां कितनी खुश होती हैं। ऐसे ही अलग-अलग तरीकों से उनके साथ वक्त बिताएं और उनके मन की बात सुनें।
बीवी-मां के झगड़े में उनकी साइड लें: हो सकता है आपकी मां खुलकर इस बात पर नाराजगी न जाहिर करें कि आपने सास-बहू के झगड़े में अपनी पत्नी की वकालत क्यों की, लेकिन दिल ही दिल में उन्हें इस बात की टीस जरूर रहेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि मां को ये डर सताता है कि अब उनके बेटे पर उनका हक बंट गया है। इसलिए थोड़ा माइंड गेम तो आपको खेलना होगा। ताकि बीवी भी खुश और मां भी दुखी न हो।
जरूरी मामलों में उनकी सलाह लें: जब आप छोटे थे तो आपकी जिंदगी से जुड़े हर फैसले में आपके पिता आपकी मां की सलाह जरूर लेते होंगे। आप भी वैसा ही करें। इससे उन्हें ये भरोसा होगा कि आपकी जिंदगी में उनकी अहमियत और जरूरत अभी भी बराबर है। अपनी पसंद की लड़की से इंट्रोड्यूज कराएं: जितने अच्छे तरीके से एक मां अपने बच्चे की पसंद, नापसंद और जरूरत को समझती है उतना कोई नहीं समझ सकता। इसलिए अगर किसी लड़की से शादी करने की सोच रहे हैं तो उन्हें अपनी मां से जरूर मिलाइए। क्योंकि आपकी शादी को लेकर उनके भी ढेर सारे अरमान होंगे।
ये काम सिर्फ महिला दिवस के मौके पर ही ना करें बल्कि हर दिन करें, और घर की महिलाओं का ख्याल रखें। इसी में आपकी भी भलाई है।
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