नवरात्रि और गरबा का कनेक्शन
शारदीय नवरात्रि 21 सितंबर से है. 9 दिन तक चलने वाले इस महापर्व का आखिरी दिन उपवास यानी नवमी 29 सितंबर को होगा. इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. जिसकी शुरुआत पहले दिन कलश स्थापना के साथ होती है. इसके अलावा नवरात्रि में गरबा और डांडिया का भी एक अलग ही मजा है. इस पर्व के दौरान हर तरफ गरबा खेलने वालों की धूम होती है. इस दौरान बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक पारंपरिक अंदाज में गरबा का लुत्फ लेते हैं. आमतौर पर गरबा नवरात्रि के समय ही खेला जाता है. गरबा का नवरात्रि से बेहद खास कनेक्शन भी है.
नवरात्रि में इन रंगों को पहनकर दिखें खूबसूरत और घर लाएं खुशहाली
दरअसल, ऐसा माना जाता है कि गरबा नृत्य मां दुर्गा को काफी पसंद हैं. नवरात्रि के दिनों में मां को प्रसन्न करने के लिए गरबा नृत्य किया जाता है. गरबा गुजरात और राजस्थान का में काफी प्रसिद्ध है, वहीं इसे लोग अपनी परंपरा से भी जोड़ते हैं. गरबा नृत्य के वक्त लोग पारंपरिक परिधान पहनते हैं. लड़कियां जहां चनिया-चोली पहनती हैं तो वहीं लड़के गुजराती केडिया और सिर पर पगड़ी बांधते हैं.
मां दुर्गा को पंसद इस नृत्य गरबा में ताली, चुटकी, खंजरी, डंडा या डांडिया और मंजीरा का काफी इस्तेमाल किया जाता है. गरबा में लोग एक समूह में मिलकर नृत्य करते हैं और साथ में देवी मां के गीतों को भी गाया जाता है. गरबा का नवरात्रि से कनेक्शन यहीं नहीं खत्म हो जाता है. गरबा को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है इसलिए भी अश्विन मास की नवरात्रों को गरबा नृत्योत्सव के रूप में मनाया जाता है.
लाइफस्टाइल से जुड़ीं और खबरों के लिए क्लिक करें.
नवरात्रि में इन रंगों को पहनकर दिखें खूबसूरत और घर लाएं खुशहाली
दरअसल, ऐसा माना जाता है कि गरबा नृत्य मां दुर्गा को काफी पसंद हैं. नवरात्रि के दिनों में मां को प्रसन्न करने के लिए गरबा नृत्य किया जाता है. गरबा गुजरात और राजस्थान का में काफी प्रसिद्ध है, वहीं इसे लोग अपनी परंपरा से भी जोड़ते हैं. गरबा नृत्य के वक्त लोग पारंपरिक परिधान पहनते हैं. लड़कियां जहां चनिया-चोली पहनती हैं तो वहीं लड़के गुजराती केडिया और सिर पर पगड़ी बांधते हैं.
नवरात्रि 2017: इस नवरात्र मां दुर्गा करेंगी हर दूख दूर
मां दुर्गा को पंसद इस नृत्य गरबा में ताली, चुटकी, खंजरी, डंडा या डांडिया और मंजीरा का काफी इस्तेमाल किया जाता है. गरबा में लोग एक समूह में मिलकर नृत्य करते हैं और साथ में देवी मां के गीतों को भी गाया जाता है. गरबा का नवरात्रि से कनेक्शन यहीं नहीं खत्म हो जाता है. गरबा को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है इसलिए भी अश्विन मास की नवरात्रों को गरबा नृत्योत्सव के रूप में मनाया जाता है.
लाइफस्टाइल से जुड़ीं और खबरों के लिए क्लिक करें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं