जैसा कि तीसरी पार्टी के जरिए स्मार्टफोन को हैक किया जाने का अंदेशा ज्यादा रहता है, ऐसे में ब्रिटेन के एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि अन्य मोबाइल ब्रांडों की तुलना में आईफोन के हैक होने का खतरा 167 गुना अधिक है. ब्रिटेन स्थित फोन से संबंधिक मामलों को देखने वाली कंपनी केस 24 डॉट कॉम के टेक एक्सपर्ट (प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ) ने ये आंकड़े मासिक गूगस सर्च के विश्लेषण से एकत्र किए हैं, जिसमें देखा गया कि कितने ब्रिटिश नागरिक विभिन्न ऐप या स्मार्टफोन ब्रांड को हैक करने के बारे में जानकारी पाना चाहते हैं.
ब्रिटेन में आईफोन के लिए किए गए सर्च की संख्या 10,040 थी, जो कि सैमसंग से अधिक है, वहीं सैमसंग को लेकर 700 सर्च किए गए हैं.
गुड टू नो डॉट को डॉट यूके की रिपोर्ट के अनुसार, "एलजी, नोकिया और सोनी जैसे फोन में हैकर्स की दिलचस्पी कम थी, क्रमश: सभी ब्रांडों को लेकर मासिक तौर पर 100 से भी कम सर्च किए गए हैं."
मात्र 50 सर्च के साथ सोनी सबसे निचले पायदान पर है.
इसके साथ ही शोध के दौरान विशेषज्ञों को एक और बात पता चली कि 12310 ब्रिटिश लोग यह जानना चाहते हैं कि किसी अन्य के इंस्टाग्राम अकाउंट को कैसे हैक किया जाता है.
इस स्थान पर स्नैपचैट दूसरे और व्हाट्एप तीसरे पायदान पर है.
वहीं वह एप्स, जिन्हें हैक का खतरा सबसे कम है, वे हैं फेसबुक (1120) एमेजॉन (1070) और नेटफ्लिक्स (750).
शोध में कहा गया, "आपके नेटफ्लिक्स अकाउंट से 16 गुना अधिक खतरा आपके इंस्टाग्राम के हैक होने का है."
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