प्रतीकात्मक तस्वीर
क्यों, फरवरी का महीना केवल इनकम टैक्स के पर्चे भरते-भरते, बजट में अपना फायदा ढूंढ़ते-ढूंढ़ते और चुनावों पर बहसबाज़ी करते-करते बिताने का इरादा है क्या?
भारत जैसे ट्रॉपिकल देश में सर्दियों का इंतज़ार केवल गर्मियों की तपिश से राहत देने के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य कई वजहों से भी होता. किसी के लिए ये मौसम सर्द दुपहरिया में रजाई में दुबक कर बढ़िया सी नींद लेने का बहाना है, तो किसी के लिए बिना टैन हुए ट्रिप पर निकलने का.
इन सबके अलावा कुछ काम ऐसे भी हैं जिन्हें करने का लुत्फ हम सर्दियों में ही उठा सकते हैं...
सेल शॉपिंग
इस बात में कोई शक नहीं कि ''समर फैशन'' से ज्यादा क्रेज़ ''विंटर फैशन'' का होता है. लेकिन दुख की बात ये है कि गर्मियों के कपड़े सर्दियों में तो पहन सकते हैं, परंतु सर्दियों के कपड़ों को गर्मी के मौसम में पहनना बेवकूफी होगी!!!
यही वजह है कि सर्दियां खत्म होते-होते, सेल की भरमार हो जाती है. एक से बढ़कर एक जैकेट्स और बूट्स करीब आधे दाम तक में बिकने लगते हैं. तो मौके पे चौका लगाइये और बढ़िया सी शॉपिंग लिस्ट तैयार करिये. पैसों का क्या है, वो तो हाथों का मैल है. आखिर दोस्त या पापा-मम्मी किस दिन काम आएंगे!
बीच ट्रिप
गोवा, पुद्दुचेरी, केरल जैसी जगहें सर्दियों के मौसम में ही घूमने फिरने के लिए बनी हैं. साल के बाकी दिनों में यहां मौजूद रहने वाली ह्यूमिडिटी जाड़े में नदारद रहती है. हल्की-हल्की धूप और ठंडी-ठंडी हवाओं के बीच समुद्र के किनारे सैर-सपाटे से ज्यादा राहत देने वाला और कोई काम नहीं हो सकता.
स्कार्फ, बूट्स और हैट्स को पहनने के मौके तलाशें
ठंड के मौसम की सबसे अच्छी बात ये होती है कि स्टाइलिश दिखने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की या पैसे खर्च करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. आप अपने आउटफिट में थोड़ी-बहुत तब्दीलियां लाकर किसी भी फंक्शन या मौके के लिए तैयार हो सकते हैं. जैसे, अगर आपको दफ्तर से सीधे किसी गेट-टूगेदर या पार्टी में जाना है, तो बस एक सिल्क का स्कार्फ/स्टोल लपेट लें, अच्छी सी जैकेट डाल लें या फिर दमदार बूट्स पहन लें. बस आप हो गए तैयार. इससे पहले कि ठंड बाय-बाय कह दे, इन्हें ज्यादा से ज्यादा पहनने के मौके तलाशें.
आप, परिवार, बारबेक्यू, अंगीठी और चाय की चुस्कियों पर गप्पबाज़ी
ठंड के मौके पर जब सारा परिवार साथ हो तो अंगीठी के चारों तरफ साथ बैठकर चाय की चुस्कियों के साथ गप्पें लड़ाने का अपना अलग मज़ा है. घर के अंदर बारबेक्यू स्टैंड पर बिठउआ चिकन या लिट्टी पकाने और साथ बैठकर खाने में जो आनंद की प्राप्ति होती है, उसका कोई मुकाबला नहीं. है कि नहीं!
तो जनाब, गुलाबी ठंड भी है और वीकेंड भी. फटाफट ले लें इन चीज़ों का मज़ा.
भारत जैसे ट्रॉपिकल देश में सर्दियों का इंतज़ार केवल गर्मियों की तपिश से राहत देने के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य कई वजहों से भी होता. किसी के लिए ये मौसम सर्द दुपहरिया में रजाई में दुबक कर बढ़िया सी नींद लेने का बहाना है, तो किसी के लिए बिना टैन हुए ट्रिप पर निकलने का.
इन सबके अलावा कुछ काम ऐसे भी हैं जिन्हें करने का लुत्फ हम सर्दियों में ही उठा सकते हैं...
सेल शॉपिंग
इस बात में कोई शक नहीं कि ''समर फैशन'' से ज्यादा क्रेज़ ''विंटर फैशन'' का होता है. लेकिन दुख की बात ये है कि गर्मियों के कपड़े सर्दियों में तो पहन सकते हैं, परंतु सर्दियों के कपड़ों को गर्मी के मौसम में पहनना बेवकूफी होगी!!!
यही वजह है कि सर्दियां खत्म होते-होते, सेल की भरमार हो जाती है. एक से बढ़कर एक जैकेट्स और बूट्स करीब आधे दाम तक में बिकने लगते हैं. तो मौके पे चौका लगाइये और बढ़िया सी शॉपिंग लिस्ट तैयार करिये. पैसों का क्या है, वो तो हाथों का मैल है. आखिर दोस्त या पापा-मम्मी किस दिन काम आएंगे!
बीच ट्रिप
गोवा, पुद्दुचेरी, केरल जैसी जगहें सर्दियों के मौसम में ही घूमने फिरने के लिए बनी हैं. साल के बाकी दिनों में यहां मौजूद रहने वाली ह्यूमिडिटी जाड़े में नदारद रहती है. हल्की-हल्की धूप और ठंडी-ठंडी हवाओं के बीच समुद्र के किनारे सैर-सपाटे से ज्यादा राहत देने वाला और कोई काम नहीं हो सकता.
स्कार्फ, बूट्स और हैट्स को पहनने के मौके तलाशें
ठंड के मौसम की सबसे अच्छी बात ये होती है कि स्टाइलिश दिखने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की या पैसे खर्च करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. आप अपने आउटफिट में थोड़ी-बहुत तब्दीलियां लाकर किसी भी फंक्शन या मौके के लिए तैयार हो सकते हैं. जैसे, अगर आपको दफ्तर से सीधे किसी गेट-टूगेदर या पार्टी में जाना है, तो बस एक सिल्क का स्कार्फ/स्टोल लपेट लें, अच्छी सी जैकेट डाल लें या फिर दमदार बूट्स पहन लें. बस आप हो गए तैयार. इससे पहले कि ठंड बाय-बाय कह दे, इन्हें ज्यादा से ज्यादा पहनने के मौके तलाशें.
आप, परिवार, बारबेक्यू, अंगीठी और चाय की चुस्कियों पर गप्पबाज़ी
ठंड के मौके पर जब सारा परिवार साथ हो तो अंगीठी के चारों तरफ साथ बैठकर चाय की चुस्कियों के साथ गप्पें लड़ाने का अपना अलग मज़ा है. घर के अंदर बारबेक्यू स्टैंड पर बिठउआ चिकन या लिट्टी पकाने और साथ बैठकर खाने में जो आनंद की प्राप्ति होती है, उसका कोई मुकाबला नहीं. है कि नहीं!
तो जनाब, गुलाबी ठंड भी है और वीकेंड भी. फटाफट ले लें इन चीज़ों का मज़ा.
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