गर्भवती महिलाओं को हो सकता है COVID-19 से ज्यादा खतरा- रिपोर्ट

अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की स्टडी में सामने आया है कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण के चलते आईसीयू में भर्ती होने का खतरा 50 प्रतिशत ज्यादा है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं में वेंटीलेटर की जरूरत भी 70 प्रतिशत ज्यादा देखी गई है.

गर्भवती महिलाओं को हो सकता है COVID-19 से ज्यादा खतरा- रिपोर्ट

प्रेगनेंट महिलाओं को कोविड-19 से है ज्यादा खतरा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली:

दुनियाभर के कई देशों में फैले कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) के चलते, लोगों का जीवन जीने का तरीका पूरी तरह से बदल गया है. ऐसे में यदि आप अपनी फैमिली प्लान करने की सोच रहे हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. दरअसल, कोरोनावायरस का यह समय बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए काफी खतरनाक है. साथ ही कुछ देशों में किए गए शोधों में सामने आया है कि सामान्य महिलाओं के मुकाबले गर्भवती महिलाओं के कोविड-19 से संक्रमित होने के चांस अधिक होते हैं. 

दरअसल, अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की स्टडी में सामने आया है कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण के चलते आईसीयू में भर्ती होने का खतरा 50 प्रतिशत ज्यादा है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं में वेंटीलेटर की जरूरत भी 70 प्रतिशत ज्यादा देखी गई है. वहीं जर्नल ब्लॉग की एक स्टडी, जो न्यूयॉर्क के तीन अस्पतालों पर आधारित है में देखा गया कि 650 गर्भवती महिलाओं में से 70 महिलाएं ऐसी थीं, जिनमें डिलवरी के बाद कोरोना के संकेत नजर आए थे. 

इस विषय पर NDTV से मेडिकल फर्टिलिटी और एंड गायनोकॉलोजी सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. काबेरी बनर्जी ने बात की है. इस बारे में डॉ. काबेरी बनर्जी ने बात करते हुए कहा, ''ये महामारी देशभर में मार्च और अप्रैल में शुरू हुई है. साथ ही कोरोनावायरस एक नए प्रकार का वायरस है और इस पर अब भी बहुत सी जानकारियां सामने आ रही हैं. ऐसे में गर्भवती महिलाओं पर ये वायरस किस तरह से असर करता है, इसके बारे में स्पष्ट रूप से अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है.''

उन्होंने कहा, ''जब शुरूआती स्टडी चीन से सामने आई थी तो उनमें बताया गया था, कि इस वायरस की वजह से कई महिलाओं की डिलीवरी वक्त से पहले हुई है. प्री डिलवरी 5 से 10 प्रतिशत अधिक महिलाओं में देखी गई थी. साथ ही इस दौरान मां से बेबी के संक्रमित होने के चांस भी काफी कम है.''  डॉ. काबेरी बनर्जी ने कुछ वक्त पहले फैले सार्स वायरस की बात करते हुए कहा, ''जब सार्स वायरस फैला था तो गर्भवती महिलाओं से बच्चे में इसके होने के चांस 25 से 30 प्रतिशत अधिक देखे गए थे, लेकिन कोविड-19 में इसके चांस काफी कम है''. 

वहीं कोविड काल में प्रेगनेंसी के बारे में बात करते हुए डॉ. काबेरी ने कहा, ''इस वक्त में सावधानी के साथ कपल्स बेबी प्लान कर सकते हैं और अगर प्रेगनेंसी के दौरान महिला कोरोना संक्रमित हो जाती है तो उनमें अधिकतर यानी कि 90 प्रतिशत महिलाओं को ज्यादा परेशानी नहीं होगी. लेकिन अगर प्रेगनेंसी में कॉम्पलिकेशन हो गए तो नॉन प्रेगनेंट महिला या पुरुष के मुकाबले ये ज्यादा हो सकती है''.  उन्होंने कहा, कि इस वायरस में काफी म्यूटेशन्स आ रही हैं. इस वजह से कुछ भी पुष्टी के साथ नहीं कहा जा सकता है. हालांकि, इस दौरान लोगों का सावधान रहना बहुत ही अधिक जरूरी है. 

वीडियो: कोरोना काल में संभल कर करें फैमिली प्लानिंग
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