कोरोनावायरस (Coronavirus) के कारण दुनियाभर के कई देशों की स्थिति काफी गंभीर है. ऐसे में लोगों को जरूरी सावधानियां बरतने के निर्देश दिए गए हैं. इसी वजह से कई अस्पतालों में विजिटर्स के आने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोविड-19 (COVID-19) के मामलों को बढ़ने से रोका जा सके. हालांकि, यह पाबंदी एक पति को अपनी पत्नी का सपोर्ट करने से नहीं रोक पाई.
दरअसल, वर्जीनिया के चेस्टरफील्ड में रहने वाले अलबर्ट कॉर्नर को दो महीने पहले पता चला था कि उनकी पत्नी कैली कॉर्नर को स्टेज 2 ब्रेस्ट कैंसर है. यह पता चलने के बाद अलबर्ट ने अपनी पत्नी से वादा किया था कि वह हर कदम पर उसका साथ देगा और इस वादे को नहीं तोड़ेगा और इसी वजह से जब उसकी पत्नी कीमो थेरेपी के लिए अस्पताल में गई तो अंदर न जाते हुए भी अलबर्ट ने अपना वादा निभाया.
अलबर्ट ने तय किया कि यदि वह अस्पताल के अंदर नहीं जा सकता तो वह बाहर रह कर अपनी पत्नी को सपोर्ट करेगा. उसके पास दो ही विकल्प थे. या तो वह घर रह कर कैली के घर लौटने का इंतजार करे और या फिर वह बिल्डिंग के बाहर आने का उसका इंतजार करे.
ज्यादा सोचे बिना ही अलबर्ट ने अपनी वैन निकाली और अस्पताल पहुंच गया. यहां वह गाड़ी पार्क करके, वैन में से अपनी कुर्सी निकाल के बैठ गया और इसके साथ उसने एक पोस्टर भी लगाया हुआ था. इस पोस्टर पर लिखा है कि है ''मैं अभी तुम्हारे साथ नहीं हूं लेकिन मैं यहां हूं... मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं.'' इस पोस्टर में अलबर्ट ने स्टाफ मेंबर्स का भी शुक्रियाअदा किया है.
कैली ने भी अस्पताल के सेकेंड फ्लोर से अपने पति के इस पोस्टर को देखा. इसके बाद कैली ने कहा, ''मुझे लगा था कि वह कुछ करेगा. उसने मुझे कहा था कि वह अपनी गाड़ी में आ रहा है और यहीं गाड़ी में बैठ कर इंतजार करेगा. हालांकि, मैंने उसे ऐसा करने से मना किया था लेकिन उसका यह तरीका मुझे पसंद आया. उस एक पल में मुझे उसके प्रति बेहद प्यार महसूस हुआ.''
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं