Dry fruit dyed : जब भा आप कोई स्पेशल डिश बनाते हैं तो उसकी सजावट के लिए ड्राई फ्रूट का इस्तेमाल करते हैं. यह आपकी डिश को प्रजेंटेबल तो बनाते ही हैं साथ ही आपको पोषण भी देते हैं. लेकिन आपको पौष्टिकता देने वाले ये सूख मेवे अब नकली भी आने लगे हैं. अब इन मेवों को डाइ किया जाने लगा है. अब ड्राई फ्रूट्स (dry fruits) को कपड़े को रंगने वाले कलर से रंगा जा रहा है जो सेहत (health tips) के लिए हानिकारक साबित होता है. तो चलिए जानते हैं कैसे इन नकली मेवों की पहचान की जाए.
नकली मेवों को कैसे पहचानें
- आपको बता दें कि नकली मेवे बनाने के लिए लोग घाटिय किस्म का दूध पाउडर मिलाते हैं. इसके अलाव चूना चॉक और सफेद केमिकल्स मिलाते हैं. वहीं नकली मेवे बनाने के लिए लोग दूध में यूरिया यहां तक कि डिटर्जेंट पाउडर भी मिला देते हैं.
-वहीं, नकली मावा में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मैदा या आलू भी मिलाते हैं. मावे का वजन बढ़ाने के लिए आलू और स्टार्च मिलाया जाता है.
- नकली मेवे की पहचान के लिए आप उन्हें चीनी डालकर गैस पर गरम कर लें अगर ये पानी छोड़ने लगे तो समझ जाइए ओरिजनल नहीं है.
- मावे की असलियत की पहचान के लिए उन्हें अंगूठे पर रगड़कर देखें. अगर उसमें घी की महक आए तो समझ जाओ वह असली अगर नहीं तो नकली.
- नकली मेवे की एक और पहचान होती है उसमें कच्चे दूध की महक आती है. असली मावा मुंह में चिपकता नहीं है जबकि नकली के साथ ऐसी नहीं है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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