Eye Care Tips:आंखों (Eye health) को जीवन की नेमत कहा गया हैं. ये ईश्वर का ऐसा तोहफा हैं जिनकी बदौलत हम इस खूबसूरत दुनिया को देख पाते हैं. लेकिन कामकाज के प्रेशर, ज्यादा स्क्रीन समय, मोबाइल के ज्यादा उपयोग और देखभाल की कमी के चलते लोगों की आंखे समय से पहले कमजोर होने लगी हैं. यूं तो कमजोर आंखों (Eye care)के लिए चश्मा लगता है लेकिन ऐसी नौबत ना आए इसके लिए आयुर्वेद में बादाम (Almond) और सौंफ (Fennel Seed) के नुस्खे की वकालत की जाती है. इस नुस्खे के बारे में कहा जाता है कि इसके सेवन से आंखों की रोशनी में सुधार होने के चांस बढ़ते हैं. आइए जानते हैं कि ये नुस्खा क्या है और क्या वाकई इसकी मदद से आंखों की कमजोरी रुक सकती है.
बढ़ाना है आत्मविश्वास तो आज से ही करें 5 काम, हर कोई हो जाएगा आपका फैनबादाम और सौंफ खाने से तेज होती है आंखों की रोशनी
आयुर्वेद में कहा गया है कि बादाम और सौंफ के सेवन से आंखों की कमजोर होती रोशनी को व्यवस्थित यानी सुधारा जा सकता है. इसके तहत रात को सोने से पहले दो बादाम लें और उसके साथ कुछ सौंफ के दाने मिलाकर खा लें. इससे आंखों की रोशनी कमजोर नहीं होती. इस नुस्खे को कुछ सप्ताह फॉलो करने पर आंखों की कमजोरी रुक जाती है और रोशनी में सुधार होने लगता है.
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट
अब जानते हैं कि क्या ये वाकई कारगर नुस्खा है. इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि बादाम और सौंफ दोनों ही पौष्टिक हैं. सौंफ में विटामिन ए होता है और बादाम में आंखों के लिए अच्छा कहा जाने वाला विटामिन ई होता है. इसके अलावा बादाम में ओमेगा 3 फैटी एसिड भी होता है जो आंखों के लिए फायदेमंद कहा जाता है. हालांकि इस बात के सीमित प्रमाण हैं कि इस नुस्खे के सेवन से आंखों की रोशनी सुधरती है लेकिन अगर इस नुस्खे को यूज किया जाए तो आंखों के लिए फायदा होता है. हालांकि इस नुस्खे को लेकर कोई मेडिकल दावा नहीं किया जा सकता है लेकिन फिर भी ये दोनो चीजें आंखों के लिए अच्छी साबित होती हैं.
बादाम और सौंफ के फायदे
आपको बता दें कि सौंफ को आयुर्वेद में नेत्र ज्योति कहा जाता है. इसके भीतर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे कहे जाते हैं. सौंफ के सेवन से ऑक्सिडेटिव तनाव दूर होता है और आई हेल्थ सुधारी जा सकती है.बादाम में मौजूद विटामिन ए आंखों के रेटिना को स्वस्थ बनाता है जिससे विजन में सुधार होता है. इसमें शामिल ओमेगा 3 फैटी एसिड आंखों की कोशिकाओं में मौजूद झिल्ली की संरचना को सुधारता है और उसकी मरम्मत करता है.