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Hair Care Trends: स्किनिफिकेशन ने हेयर केयर रूटीन को कैसे बदला? डॉक्टर से जानिए क्या है Skinification

Skinification of Hair: डॉ. ब्लॉसम कोचर ने बताया कि स्किनिफिकेशन ने हेयर केयर रूटीन को कैसे बदल दिया.

Hair Care Trends: स्किनिफिकेशन ने हेयर केयर रूटीन को कैसे बदला? डॉक्टर से जानिए क्या है Skinification
स्किनिफिकेशन ने हेयर केयर रूटीन
file photo

Skinification of Hair: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग सेहत के साथ-साथ स्किन केयर और बालों के लिए भी जागरूक हो रहे हैं. यही कारण है कि बीते कुछ वर्षों में ब्यूटी इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. जहां पहले स्किन केयर को ही सबसे ज्यादा अहमियत दी जाती थी, वहीं अब वही सोच बालों की देखभाल तक पहुंच चुकी है. साल 2025 में यह ट्रेंड केवल एक चर्चा नहीं, बल्कि हेयर केयर इंडस्ट्री का सबसे प्रभावशाली मूवमेंट बनकर उभरा. अगले साल यानी 2026 में स्किनिफिकेशन ऑफ हेयर का ट्रेंड देखने को मिल सकता है. भारत में अरोमा थेरेपी की पायनियर, चेयरपर्सन, ब्लॉसम कोचर ग्रुप ऑफ कंपनीज, डॉ. ब्लॉसम कोचर ने बताया कि स्किनिफिकेशन ने हेयर केयर रूटीन को कैसे बदल दिया.

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क्या है स्किनिफिकेशन ऑफ हेयर?

जैसे हम अपनी त्वचा को समझकर, उसकी जरूरत के अनुसार क्लीनजर, सीरम, मास्क और मॉइस्चराइजर चुनते हैं. ठीक उसी तरह अब बालों और स्कैल्प की केयर भी की जा रही है. स्किनिफिकेशन का मतलब है कि बालों को सिर्फ शैम्पू और कंडीशनर तक सीमित न रखकर, स्कैल्प को स्किन की तरह ट्रीट करना. आज के समय में लोग समझ चुकें हैं कि स्वस्थ बालों की शुरुआत स्कैल्प की हेल्थ से होती है.

स्किनिफिकेशन ऑफ हेयर का ट्रेंड क्यों बढ़ा?

तनाव, प्रदूषण, हार्ड वॉटर, केमिकल ट्रीटमेंट और लाइफस्टाइल बदलावों के कारण बाल झड़ना, डैंड्रफ, खुजली और हेयर थिनिंग जैसी समस्याएं बढ़ी हैं. लोगों को एहसास हुआ कि सिर्फ बाहरी हेयर केयर काफी नहीं है. इसके लिए कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी है.

स्किन केयर इंग्रीडिएंट्स की लोकप्रियता

हायल्यूरोनिक एसिड, नियासिनामाइड, सैलिसिलिक एसिड, सेरामाइड्स और विटामिन C जैसे इंग्रीडिएंट्स, जो पहले सिर्फ स्किन केयर तक सीमित थे, अब हेयर केयर प्रोडक्ट्स में भी दिखने लगे हैं.

स्किनिफिकेशन ने हेयर केयर रूटीन को कैसे बदला?

पहले हेयर केयर का मतलब था, हफ्ते में 2-3 बार शैम्पू और कभी-कभार हेयर मास्क, अब रूटीन कहीं ज्यादा एडवांस और टार्गेटेड हो गया है. अब स्कैल्प क्लीनजर और एक्सफोलिएटर ताकि पोर्स साफ रहें, स्कैल्प सीरम और टॉनिक हेयर फॉल कंट्रोल, ग्रोथ और हाइड्रेशन के लिए, लीव-इन ट्रीटमेंट्स जैसे स्किन पर लगाए जाने वाले सीरम आदि तक बढ़ गए हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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