Fashion: जॉर्डन में रहने वाली 72 वर्षीया डिजाइनर हना सादिक को जो बात अन्य फैशन डिजाइनरों से अलग बनाती है वो है उनकी खूबसूरत डिजाइन की हुई ड्रेसेस जिनपर कविताएं दिखाई पड़ती हैं. हना (Hana Sadiq) प्रेम पर लिखी कविताओं की पंक्तियां अपनी डिजाइनर ड्रेसेस पर प्रिंट और कड़ाई के द्वारा उकेरती हैं. अपने अबतक के करियर में इराक में जन्मी हना दुनियाभर में अपनी कला के नमूने पेश कर चुकी हैं. उनकी बनाई डिजाइनर ड्रेसेस बड़े-बड़े सितारे भी पहन चुके हैं लेकिन फिर भी उनकी जड़ें अपनी सरजमीं से जुड़ी हैं. डिजाइनर हना सादिक इंटीग्रेशन ऑफ अरेबिक आर्ट एंड कंटेम्पररी हाल्ट कल्चर में स्पेशलाइजेशन कर चुकी हैं. उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बगदाद से फ्रेंच लिटरेचर में डिग्री भी हासिल की है.
हना की बनाई खूबसूरत ड्रेसेस पर उनकी अरबी हैंडराइटिंग में डिजाइन और पैटर्न बने हुए हैं जो आज के मॉडर्न डिजाइन्स पर भी भारी पड़ते हैं. ये अरबी कविताएं (Poems) अलग-अलग रंगों और कैलिग्राफी में उकेरी गई हैं जो देखने में भी बेहद खूबसूरत हैं. जहां कुछ डिजाइन्स पर दीवानी स्क्रिप्ट नजर आती है, तो वहीं कुछ पर थुलुथ दिखाई पड़ती है. इन अरबी कविताओं में महमूद दार्विश और निजार कबानी जैसे महान अरबी शायरों के लेखन भी शामिल हैं.
हना अरबी कैलिग्राफी को सबसे खूबसूरत मानती हैं. 1950 और 60 के दशक में इराकी महिलाएं अत्यधिक काफ्तान पहनना पसंद करती थीं जिन्हें आज भी हना बनाती हैं. उनके डिजाइनर काफ्तान खूबसूरत रंगों में बने हैं जिन्हें वे पतले कपड़े से तैयार करती हैं. इनके बाजू खुले और लंबे होते हैं और हना के ज्यादातर डिजाइन्स में सिल्वर और गोल्डन धागे काले बेस पर नजर आते हैं.
हना का कहना है कि वे अरब की महिलाओं की खूबसूरती को और निखारने वाले डिजाइनर आउटफिट्स तैयार करती हैं जिन्हें जो भी देखे तो उनकी सुंदरता की तारीफ करे.
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