
Earphones neend par asar: आज की डिजिटल लाइफ में ईयरफोन हमारी रोज़मर्रा की जरूरत बन चुके हैं. म्यूजिक सुनना हो, काम करना हो या ऑनलाइन मीटिं...ईयरफोन हर जगह इस्तेमाल होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोज़ाना लंबे समय तक ईयरफोन (Earphones and Health Effects) पहनना न सिर्फ कानों, बल्कि आपकी नींद और हार्मोनल बैलेंस को भी बिगाड़ सकता है?
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नींद पर असर (Earphones and Sleep Quality)
सोने से पहले म्यूजिक या पॉडकास्ट सुनने की आदत आजकल आम है, लेकिन रिसर्च बताती है कि ईयरफोन से देर तक आवाज सुनने पर दिमाग अलर्ट मोड में रहता है, जिससे नींद गहरी नहीं आती. इसका असर अगले दिन थकान, चिड़चिड़ापन और कम प्रोडक्टिविटी के रूप में दिखता है. अगर आपको नींद की दिक्कत है तो सोने से पहले ईयरफोन का इस्तेमाल कम करें

हार्मोनल बैलेंस पर असर (Earphones and Hormones)
लंबे समय तक ईयरफोन से तेज़ आवाज सुनना स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को बढ़ाता है. इससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है, ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और धीरे-धीरे हार्मोनल इंबैलेंस भी हो सकता है. यही नहीं, लगातार ईयरफोन लगाने से मेलाटोनिन हार्मोन (जो नींद लाने में मदद करता है) का लेवल भी गड़बड़ा सकता है.

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कितना और कैसे इस्तेमाल करें? (Safe Earphones Usage)
ईयरफोन का इस्तेमाल 60-60 रूल से करें – यानी 60 मिनट से ज्यादा लगातार न सुनें और वॉल्यूम 60% से ऊपर न रखें.
सोते समय ईयरफोन की जगह स्पीकर या वाइट नॉइज़ मशीन का इस्तेमाल करें.
बच्चों और किशोरों में ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल खास तौर से खतरनाक है, क्योंकि यह उनके दिमागी विकास और हार्मोन पर असर डाल सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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