इन 7 चीज़ों को खाने से होता है कैंसर
नई दिल्ली:
लोगों को लगता है कि कैंसर सिर्फ शराब, सिगरेट और तम्बाकू से ही होता है. जो इन तीनों चीज़ों का सेवन नहीं करता उन्हें कैंसर कभी नहीं हो सकता. आपको बता दें ऐसा कुछ भी नहीं है इन तीनों चीज़ों के अलावा भी ऐसी कई चीज़ें हैं जिन्हें खाने से कैंसर हो सकता है. खास बात यह कि आप इन चीज़ों रोज़ाना खा रहे हैं.
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1. माइक्रोवेव पॉपकॉर्न
पहले लोग रेत में भुजे हुए पॉपकॉर्न खाया करते थे या फिर मक्खन में मिक्स करके घर में ही कुकर या पैन में पॉपकॉर्न बनाया करते थे. लेकिन आजकल वक्त को बचाने के लिए पैकेट पॉपकॉर्न आ गए हैं. इसे बस माइक्रोवेव में रखें और कुछ ही मिनट में गरमा-गरम पॉपकॉर्न तैयार. लेकिन ये पैकेट वाले पॉपकॉर्न फेफड़ों के कैंसर का कारण बनते हैं. माइक्रोवेव में जब ये पैकेट गरम होता है तो कई तरह के कैमिक्लस छोड़ता है, जो पैकेट में अंदर मौजूद ऑयल या मक्खन और पॉपकॉर्न में मिलकर फेफड़ों को कमज़ोर करते हैं.
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2. डब्बों में पैक खाना
आजकल हर चीज़ में वक्त बचाने के चक्कर में हम प्राकृतिक चीज़ों से दूर हो रहे हैं. इस वजह से ताज़ी फल और सब्ज़ियों की जगह डब्बों वाले खाने की तरह मुड़ते जा रहे हैं. ऐसी कई कंपनियां हैं जो पैक्ड फूड बनाने लगी हैं, उन्हें सिर्फ 2 मिनट गरम करें और आपका खाना तैयार. आपको बता दें स्टील या बाकि मटीरियल में BPA (बिस्फेनॉल A) मौजूद होता है जो आगे चलकर कैंसर की वजह बनता है.
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3. रिफाइंड चीनी
कैंसर का सबसे बड़ा कारण है रिफांइड चीनी और हाई-फ्रुटोज़ कॉर्न सीरप. अगर आपको लगता है कि ब्राउन शुगर सेहत के लिए अच्छी है तो ऐसा नहीं है क्योंकि उसमें भी कलर और फ्लेवर मिलाए जाते हैं जिससे ये चीनी और भी खतरनाक हो जाती है. ये रिफाइंड चीनी कैंसर सेल्स को पालने का काम करती हैं. इसीलिए कहा जाता है कि चीनी की जगह शहद का सेवन करना चाहिए और मीठा कम खाना चाहिए.
4. कार्बोनेटिड ड्रिंक्स
जितनी भी बॉटल में भरी ड्रिंक्स आप पीते हैं सबमें कार्बोहाइड्रेट होता है. इस गैस से बने झाग देखने में बेशक बहुत अच्छे लगें लेकिन आपकी सेहत के लिए ये बिल्कुल भी अच्छे नहीं. वहीं, इसमें मौजूद हाई-फ्रुटोज़ कॉर्न सीरप, कैमिकल्स और कलर्स इसे और भी खतरनाक बनाते हैं.
5. वेजिटेबल ऑयल्स
अगर आपको लगता है कि आजकल बाज़ारों में आने वेजिटेबल ऑयल्स सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं तो आप गलत हैं. ये तेल कई कैमिकल्स से भरे होते हैं. इनमें सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले ओमेगा 6 एसिड होता है. इन ऑयल्स को कैमिकली प्रोसेस से गुज़ारा जाता है. इसी से ऑयल की खूशबू और स्वाद को बदला जाता है.
7. फ्राइड फूड
खाने से ज़्यादा आजकल लोग फ्राइड फूड खाते हैं. छोटी-छोटी भूख को लोग इन्हीं फ्राइड खाने से शांत करते हैं. ये फूड्स खाने में ज़रूर स्वादिष्ट हों लेकिन इनमें मौजूद कई तत्व कैंसर का कारण बनते हैं.
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1. माइक्रोवेव पॉपकॉर्न
पहले लोग रेत में भुजे हुए पॉपकॉर्न खाया करते थे या फिर मक्खन में मिक्स करके घर में ही कुकर या पैन में पॉपकॉर्न बनाया करते थे. लेकिन आजकल वक्त को बचाने के लिए पैकेट पॉपकॉर्न आ गए हैं. इसे बस माइक्रोवेव में रखें और कुछ ही मिनट में गरमा-गरम पॉपकॉर्न तैयार. लेकिन ये पैकेट वाले पॉपकॉर्न फेफड़ों के कैंसर का कारण बनते हैं. माइक्रोवेव में जब ये पैकेट गरम होता है तो कई तरह के कैमिक्लस छोड़ता है, जो पैकेट में अंदर मौजूद ऑयल या मक्खन और पॉपकॉर्न में मिलकर फेफड़ों को कमज़ोर करते हैं.
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2. डब्बों में पैक खाना
आजकल हर चीज़ में वक्त बचाने के चक्कर में हम प्राकृतिक चीज़ों से दूर हो रहे हैं. इस वजह से ताज़ी फल और सब्ज़ियों की जगह डब्बों वाले खाने की तरह मुड़ते जा रहे हैं. ऐसी कई कंपनियां हैं जो पैक्ड फूड बनाने लगी हैं, उन्हें सिर्फ 2 मिनट गरम करें और आपका खाना तैयार. आपको बता दें स्टील या बाकि मटीरियल में BPA (बिस्फेनॉल A) मौजूद होता है जो आगे चलकर कैंसर की वजह बनता है.
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3. रिफाइंड चीनी
कैंसर का सबसे बड़ा कारण है रिफांइड चीनी और हाई-फ्रुटोज़ कॉर्न सीरप. अगर आपको लगता है कि ब्राउन शुगर सेहत के लिए अच्छी है तो ऐसा नहीं है क्योंकि उसमें भी कलर और फ्लेवर मिलाए जाते हैं जिससे ये चीनी और भी खतरनाक हो जाती है. ये रिफाइंड चीनी कैंसर सेल्स को पालने का काम करती हैं. इसीलिए कहा जाता है कि चीनी की जगह शहद का सेवन करना चाहिए और मीठा कम खाना चाहिए.
4. कार्बोनेटिड ड्रिंक्स
जितनी भी बॉटल में भरी ड्रिंक्स आप पीते हैं सबमें कार्बोहाइड्रेट होता है. इस गैस से बने झाग देखने में बेशक बहुत अच्छे लगें लेकिन आपकी सेहत के लिए ये बिल्कुल भी अच्छे नहीं. वहीं, इसमें मौजूद हाई-फ्रुटोज़ कॉर्न सीरप, कैमिकल्स और कलर्स इसे और भी खतरनाक बनाते हैं.
5. वेजिटेबल ऑयल्स
अगर आपको लगता है कि आजकल बाज़ारों में आने वेजिटेबल ऑयल्स सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं तो आप गलत हैं. ये तेल कई कैमिकल्स से भरे होते हैं. इनमें सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले ओमेगा 6 एसिड होता है. इन ऑयल्स को कैमिकली प्रोसेस से गुज़ारा जाता है. इसी से ऑयल की खूशबू और स्वाद को बदला जाता है.
अपनी सेहत को लेकर सतर्क लोग खाने-पीने के सामानों को 'Diet' शब्द देखकर उठाते हैं. इसी वजह से आजकल मार्केट में डाएट ड्रिंक्स और डाएट फूड्स आ गए हैं. इनका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन भी कैंसर सेल्स को बढ़ा सकता है.
7. फ्राइड फूड
खाने से ज़्यादा आजकल लोग फ्राइड फूड खाते हैं. छोटी-छोटी भूख को लोग इन्हीं फ्राइड खाने से शांत करते हैं. ये फूड्स खाने में ज़रूर स्वादिष्ट हों लेकिन इनमें मौजूद कई तत्व कैंसर का कारण बनते हैं.
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