रिजल्ट के 8 महीने बाद भी CAPF के पदों पर ज्वॉइनिंग नहीं की गई है.
नई दिल्ली: केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) का एग्जाम पास करने वाले उम्मीदवारों की ज्वाइनिंग अभी तक नहीं की गई है. रिजल्ट आने के बाजवूद भी कई लोगों को ज्वॉइनिंग लेटर नहीं मिला है, जिससे नाराज कुछ उम्मीदवार सोशल मीडिया पर इस मसले को लेकर शिकायत कर रहे हैं. यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने CAPF के अलग-अलग फोर्स के लिए असिस्टेंट कमांडेट्स (ग्रुप ए) की भर्ती की परीक्षा (CAPF 2018) कराई थी. ये भर्ती सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), CISF, ITBP और सीमा सशस्त्र बल (SSB) के लिए कराई गई थी.
UPSC ने कुल 398 पदों पर भर्ती निकाली थी. इसमें 179 सीआरपीएफ (CRPF), 84 सीआईएसएफ (CISF), 46 आईटीबीपी (ITBP), 29 एसएसबी (SSB) और 60 वैकेंसी बीएसएफ (BSF) में थीं. हालांकि, बाद में वैकेंसी की संख्या बढ़ाकर 466 कर दी गई थी. इन परीक्षाओं में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की शिकायत है कि एसएसबी (SSB) को छोड़कर बाकी किसी फोर्स को अब तक ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिए गए हैं.
उम्मीदवारों की शिकायत सामने आने के बाद बीएसएफ के पूर्व आईजी बी.एन शर्मा ने भी इस मसले पर ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ''अनिश्चितता और असामान्य देरी युवाओं के दिमाग में असुरक्षा की भावना पैदा करती है. नोडल एजेंसी ने जो प्रयास किए थे वो अभी तक व्यर्थ हैं क्योंकि वैकेंसी खाली हैं. छात्रों को सब्र नहीं खोने देना चाहिए. अगर मुमकिन हो तो सभी फोर्स उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग के बारे में जानकारी दें.''
हालांकि, पूर्व आईजी ने अपने ट्वीट में ये भी कहा कि CAPF में ज्वाइनिंग की प्रक्रिया से आम तौर पर अधिकारियों की कमी जैसी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
बता दें कि आम तौर पर रिजल्ट के 4-5 महीने बाद ज्वॉइनिंग लेटर मिल जाते हैं, लेकिन फिलहाल 8 महीने गुजर जाने के बाद भी ऐसा नहीं हो पाया है. इस वैकेंसी के लिए 2 अगस्त, 2018 को लिखित परीक्षा हुई थी, जिसके बाद 24 जून 2019 से 24 जुलाई 2019 के बीच इंटरव्यू कराए गए थे. परीक्षा का फाइनल रिजल्ट 2 अगस्त, 2019 को घोषित किया गया था. लेकिन छात्रों का आरोप है कि एसएसबी को छोड़कर बाकी किसी भी फोर्स ने अब तक ज्वॉइनिंग लेटर नहीं भेजे हैं.
बता दें कि यूपीएससी लिखित परीक्षा, इंटरव्यू और फिजिकल टेस्ट के बाद ही CAPF में भर्तियां करती है. इसमें मेडिकल स्टैंडर्ड टेस्ट भी होता है. हर साल यूपीएससी केंद्रीय सुरक्षा बलों के लिए 300-400 पुरुष और महिला उम्मीदवारों का चयन करता है.