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This Article is From Apr 16, 2020

UFM के मुद्दे पर SSC ने सुनी उम्‍मीदवारों की अपील, बनाई जाएगी विशेषज्ञों की कमेटी

SSC CHSL टीयर 2 की परीक्षा में 4,560 उम्मीदवारों को UFM की वजह से रिजेक्ट कर दिया गया था. कई उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया के जरिए SSC से फेल किए जाने पर शिकायत की थी और कमीशन से उनके निर्णय पर दोबारा विचार करने का अनुरोध किया था. 

UFM के मुद्दे पर SSC ने सुनी उम्‍मीदवारों की अपील, बनाई जाएगी विशेषज्ञों की कमेटी
CHSL एग्जाम का रिजल्ट 25 फरवरी को जारी किया गया था.
नई दिल्ली:

SSC CHSL टियर 2 की परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के बावजूद भी हजारों उम्मीदवारों को UFM रूल के चलते फेल कर दिया गया था. एसएससी सीएचएसएल परीक्षा का रिजल्ट 25 फरवरी को जारी किया गया था. इनमें से कई उम्मीदवारों ने टियर 1 परीक्षा में शानदार स्कोर करने के बाद टियर 2 परीक्षा में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन फिर भी उन्हें UFM की वजह से फेल कर दिया गया था. इस पूरे मामले को लेकर उम्मीदवारों ने SSC के पास शिकायत दर्ज कराई थी. उम्मीदवारों की शिकायतों के मद्देनजर अब राज्य द्वारा संचालित भर्ती एजेंसी ने विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाकर इस मामले की जांच करने का फैसला किया है. 

स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) ने कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल (CHSL) टीयर 2 की परीक्षा 29 सितंबर को आयोजित की थी. ये परीक्षा कुल 45,101 उम्मीदवारों के लिए आयोजित की गई थी, जिनमें से 36,112 उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए थे. CHSL एग्जाम का रिजल्ट 25 फरवरी को जारी किया गया था. इसमें 32,600 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्टेड किया गया था, जिन्हें 5,918 वैकेंसी के लिए स्किल टेस्ट में शामिल होना है. वहीं,  4,560 उम्मीदवारों को UFM की वजह से रिजेक्ट कर दिया गया था. कई उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया के जरिए SSC से फेल किए जाने पर शिकायत की थी और कमीशन से उनके निर्णय पर दोबारा विचार करने का अनुरोध किया था. 

कमीशन के नियमों के अनुसार, "उम्मीदवारों को परीक्षा में किसी भी तरह की व्यक्तिगत पहचान को ना लिखने की सख्त हिदायत दी जाती है, जैसे- नाम, रोल नंबर, मोबाइल नंबर, घर का पता आदि चीजों को आंसर शीट में उम्मीदवार नहीं लिख सकते हैं. जो उम्मीदवार इन निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, उन्हें जीरो नंबर दिए जाते हैं."

लेकिन फेल होने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि उन्होंने आंसर शीट में सिर्फ काल्पनिक नाम और पता लिखा था. लेकिन एसएससी ने इसे UFM का केस समझकर हमें फेल कर दिया." 

इस पूरे मामले पर SSC ने बयान जारी करके कहा, "ऐसा देखा गया है कि ज्यादातर उम्मीदवारों ने कमीशन के नियमों का पालन किया है. हालांकि, 4,560 उम्मीदवारों ने कमीशन के नियमों का पालन नहीं किया और आंसर शीट में अपनी पहचान वास्तविक या काल्पनिक जैसे- नाम, पता, मोबाइल नंबर लिखा है."

"आंसर शीट के अंदर लिखी गई पहचान (असली या काल्पनिक) के आधार पर आंसर शीट जांचने की प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों की पहचान की जा सकती है. इसलिए इन सभी उम्मीदवारों को UFM के तहत जीरों नंबर देकर रिजेक्ट कर दिया गया है. इन 4,560 उम्मीदवारों को कमीशन के एग्जामिनेशन इंस्ट्रक्शन के आधार पर रिजेक्ट किया गया है. " 

"हालांकि, उम्मीदवारों से SSC को मिली शिकायत के मद्देनजर इस मुद्दे पर गौर करने के लिए कमीशन ने विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाने का फैसला किया है, जो इस मामले की जांच करेगी और कमीशन को विचार करने के लिए सुझाव भी देगी." 

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