अब हरियाणा में BJP MP की कार ने टक्कर मारी, प्रदर्शनकारी किसानों का आरोप; एक घायल

कुरुक्षेत्र संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा के लोकसभा सांसद नायब सैनी और पार्टी के अन्य नेता COVID-19 का मुकाबला कर रहे चिकित्सा और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अंबाला गए थे. सैनी के दौरे के विरोध में किसान वहां जमा हुए थे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins

किसानों ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सांसद नायाब सैनी की कार ने प्रदर्शनकारी किसानों को अंबाला में रौंदने की कोशिश की, जिसमें एक किसान घायल हो गया है.

नई दिल्ली:

केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे हरियाणा के किसानों ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सांसद नायाब सैनी (Nayab Saini) की कार ने प्रदर्शनकारी किसानों को अंबाला में रौंदने की कोशिश की, जिसमें एक किसान घायल हो गया है. घायल किसान को अंबाला के पास नारायणगढ़ के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां ये कथित घटना हुई है.

कुरुक्षेत्र संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा के लोकसभा सांसद नायब सैनी और पार्टी के अन्य नेता COVID-19 का मुकाबला कर रहे चिकित्सा और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अंबाला गए थे. सैनी के दौरे के विरोध में किसान वहां जमा हुए थे.

जैसे ही कार्यक्रम समाप्त हुआ और कारों का काफिला उस क्षेत्र से बाहर निकलने लगा, तभी वाहनों में से एक ने कथित तौर पर एक किसान को टक्कर मार दी. भाजपा नेताओं के दौरे का विरोध करने के लिए सैनी भवन के बाहर किसानों का एक बड़ा समूह जमा था.

- - ये भी पढ़ें - -
* 'मर्डर करके चुप नहीं कराया जा सकता'- BJP MP ने शेयर किया लखीमपुर खीरी हिंसा का नया वीडियो
* लखीमपुर मामले में सामने आया नया वीडियो, किसानों को रौंदती दिखी मंत्री की तेज रफ्तार SUV
* 'कोई मुआवजा नहीं मिला, न सरकार के मंत्री घर आए ' : लखीमपुर में मारे गए बीजेपी बूथ अध्‍यक्ष शुभम के पिता ने जताई नाराजगी

यह घटना यूपी के लखीमपुर खीरी में आठ लोगों की मौत के पांच दिनों बाद आया है, जहां कारों के एक काफिले ने किसानों को रौंद दिया था, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोगों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी.

आरोप है कि किसानों को रौंदने वाली गाड़ी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की है और कथित तौर पर उनके बेटे आशीष मिश्रा उसे चला रहे थे. लखीमपुर खीरी में ये कार किसानों की भीड़ में पीछे से तब तेजी से घुस गई थी, जब वो शांतपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. अभी तक लखीमपुर कांड में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इस पर सियासत गर्म है.

Advertisement