हम हमेशा फलों और सब्जियों को खाने या पकाने से पहले पानी से धोते हैं. कई घरों में लोग आम, तरबूज और खरबूज जैसे फलों को खाने से पहले कुछ देर के लिए पानी में भिगो देते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि इसे हेल्दी फूड हैबिट क्यों माना जाता है? दरअसल, सभी फलों और सब्जियों में कुछ प्रकार के थर्मोजेनिक गुण होते हैं जो बॉडी फंक्शनिंग को प्रभावित करते हैं. फलों को पानी में भिगोने से उनमें मौजूद गर्मी को कम करने में मदद मिलती है. ये कब्ज, त्वचा की समस्या, सिरदर्द और दस्त जैसे साइड इफेक्ट को कम कर सकते हैं.
आम, तरबूज और खरबूज को क्यों भिगोते हैं?
आम में फाइटिक एसिड नामक एक नेचुरल मॉलिक्यूल होता है, जो कई नट्स में भी मौजूद होता है. आम को कम से कम आधे घंटे के लिए पानी में भिगोने से अतिरिक्त फाइटिक एसिड निकल जाता है. आम में बहुत अधिक गर्मी भी होती है, और भिगोने की प्रक्रिया उन्हें अधिक टेम्परेचर न्यूट्रल बनाती है. तरबूज और खरबूज को भी इसी वजह से भिगोकर खाया जाता है. फलों को भिगोने के बाद उन्हें तुरंत काटकर खा सकते हैं उन्हें रेफ्रिजरेट कर बाद में भी खा सकते हैं.
भिगोने की प्रोसेस कीटनाशकों से बचाती है
फलों को भिगोने का एक फायदा यह भी है कि जब इन्हें उगाया जाता तो कीड़ों से बचाने और पौधे को तेजी से बढ़ाने के लिए खाद डाला जाता है और कीटनाशक छिड़के जाते हैं. कीटनाशकों के संपर्क में आने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें श्वास से जुड़ी समस्या, त्वचा और आंखों की एलर्जी और मतली हो सकती हैं. ऐसा माना जाता है कि पानी से केवल फलों को धोना पर्याप्त नहीं है. आदर्श रूप से, उन्हें कुछ देर के लिए भिगोना अच्छा होता है. रोकथाम इलाज से बेहतर है, और खाने से पहले फलों को पानी में भिगोना उसी दिशा में एक कदम है.
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