हर किसी का सोने का तरीका अलग-अलग होता है. कोई सीधे सोता है तो कोई करवट वाली पोजिशन में, कुछ लोग तो पेट के बल ही सोते हैं. कई बार आपने देखा होगा कि आप पेट के बल सोए हैं और हर कोई आपको टोकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि पेट के बल सोना सेहत के लिए ठीक नहीं माना जाता है. क्या आप जानते हैं कि सोने की यह स्टाइल आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं होती है. यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के मैरीलैंड की एक्यूपंक्चरिस्ट और कायरोप्रैक्टर Dr Khanita Suvarnasuddhi ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर इसको लेकर कुछ जानकारी शेयर की हैं. आइए जानते हैं पेट के बल सोने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
पेट के बल सोने से हो सकते हैं ये नुकसान- These Disadvantages Can Be Caused By Sleeping On The Stomach:
1. बैक बोन की शिकायत बढ़ सकती है
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, भूलकर भी पेट के बल नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इससे हेल्थ को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. ऐसा करने से आपकी पूरी बॉडी का जो प्रेशर होता है, वह पीठ और रीढ़ पर आ जाता है और शरीर का ज्यादातर वजन बीच में इससे रीढ़ की हड्डी की पोजिशन नहीं बदलती और उस पर दबाव बनने से शरीर के दूसरे हिस्सों में दर्द शुरू हो जाता है. मतलब पेट के बल सोना शरीर के किसी भी पार्ट्स के लिए ठीक नहीं माना जाता है.
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2. गर्दन में दर्द की शिकायत
कई बार पेट के बल सोने से ऐसा लगता है कि बॉडी सुन्न पड़ रही है यानी आपका शरीर निष्क्रिय होने लगता है. शरीर के कई हिस्से दर्द से भर जाते हैं. झुनझुनाहट की समस्या भी महसूस होती है. पेट के बल सोने से गर्दन में भी दर्द बना रह सकता है. ऐसे में झुकाव की समस्या से परेशानी बढ़ सकती है.
3. प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खतरनाक
प्रेग्नेंट महिलाओं को तो कभी भी इस पोजिशन में नहीं सोना चाहिए. प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसा करने से पेट में पल रहे बच्चे पर इसका असर पड़ता है. इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए.
पेट के बल सोते समय क्या करें- What To Do While Sleeping On Stomach:
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर कभी आपको पेट के बल सोना ही पड़े तो कोशिश करें गद्दे सख्त रहें और पेलविस के नीचे एक तकिया रखें. इससे आपको सोने में तकलीफ नहीं होगी और आप कई तरह की समस्याओं से बच सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.