Protein deficiency : हम में से बहुत से लोग अक्सर टांगों में दर्द की शिकायत करते हैं. कभी-कभी ये दर्द इतना बढ़ जाता है कि रोजमर्रा के काम करना भी मुश्किल हो जाता है. कई बार हमें लगता है कि ये थकान की वजह से है, या फिर उम्र का असर है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी डाइट में किसी जरूरी चीज की कमी भी इसकी वजह हो सकती है? हम बात कर रहे हैं प्रोटीन की. आज हम जानेंगे कि कैसे एक खास प्रोटीन की कमी आपकी टांगों के दर्द का कारण बन सकती है और इसे ठीक करने के लिए आपको अपनी डाइट में क्या शामिल करना चाहिए.
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कौन सा प्रोटीन है जिम्मेदार?
हमारी मांसपेशियां कई तरह के प्रोटीन से मिलकर बनी होती हैं, जिनमें एक्टिन और मायोसीन सबसे खास हैं. ये दोनों प्रोटीन मिलकर हमारी मांसपेशियों को सिकुड़ने और फैलने में मदद करते हैं, जिसकी वजह से हम चल पाते हैं, उठ-बैठ पाते हैं और कोई भी शारीरिक गतिविधि कर पाते हैं.
जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, खासकर अगर आप अपनी डाइट में पर्याप्त प्रोटीन नहीं ले रहे हैं, तो मायोसीन जैसे जरूरी प्रोटीन का बनना कम हो जाता है. ऐसे में मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, उनमें लचीलापन कम हो जाता है और वे जल्दी थक जाती हैं. यही वजह है कि आपको टांगों में दर्द, ऐंठन और कमजोरी महसूस हो सकती है.
प्रोटीन की कमी के और क्या लक्षण हैं
- मांसपेशियों में कमजोरी
- थकान महसूस करना
- घाव भरने में ज्यादा समय लगना
- बालों का झड़ना और नाजुक नाखून
- बार-बार बीमार पड़ना
- सूजन, खासकर पैरों और टखनों में
टांगों की दर्द दूर करने के लिए अपनी डाइट में क्या शामिल करें
अंडे, अरहर, मूंग, मसूर, चना, राजमा, छोले, डेयरी प्रोडक्ट्स (दूध, दही और छाछ), बादाम, अखरोट, मूंगफली, चिया सीड्स, अलसी के बीज, चिकन और मछली ये लीन प्रोटीन के बेहतरीन सोर्स हैं, जो मांसपेशियों के लिए बहुत जरूरी हैं.
कितना प्रोटीन चाहिए?
एक आम वयस्क को रोजाना प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से लगभग 0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)