International Yoga Day 2024: आर्थराइटिस एक आम समस्या है जो जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बनती है. यह स्थिति शरीर के किसी भी जोड़ों को प्रभावित कर सकती है और इसे मैनेज करने के लिए कई प्रकार की मेडिकल और प्राकृतिक उपायों का सहारा लिया जा सकता है. योग, आर्थराइटिस के मैनेजमेंट और दर्द से राहत पाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है. यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है. यहां जानिए आर्थराइटिस होने पर कौन से योगासन सबसे ज्यादा प्रभावी हो सकते हैं.
अर्थराइटिस से राहत के लिए बेहतरीन योग आसन | Best Yoga Asanas For Relief From Arthritis
1. वृक्षासन (Tree Pose)
वृक्षासन संतुलन और स्थिरता को बढ़ाने में मदद करता है. यह आसन जोड़ों को मजबूत करता है और टखनों, घुटनों और हिप्स के लिए खासतौर से लाभकारी माना जाता है.
वृक्षासन करने की विधि:
1. सीधे खड़े हों और अपने एक पैर को ऊपर उठाकर दूसरी जांघ पर रखें.
2. हाथों को नमस्कार मुद्रा में छाती के सामने जोड़ें.
3. कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें और फिर वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं.
4. दूसरे पैर से भी दोहराएं.
2. मर्कटासन (Spinal Twist)
मर्कटासन रीढ़ की हड्डी को मोड़ने और खिंचाव देने में मदद करता है. यह पीठ और कमर के दर्द को कम करता है और रीढ़ को लचीला बनाता है.
मर्कटासन करने की विधि:
1. पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को सीधा फैलाएं.
2. घुटनों को मोड़कर पैरों को एक दिशा में मोड़ें और सिर को विपरीत दिशा में.
3. इस स्थिति में कुछ सेकंड रहें और फिर दूसरी दिशा में दोहराएं.
3. वीरभद्रासन (Warrior Pose)
वीरभद्रासन शरीर को मजबूती प्रदान करता है और पैरों, कूल्हों और पीठ के जोड़ों को मजबूत करता है। यह आसन जोड़ों के लचीलेपन को भी बढ़ाता है.
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वीरभद्रासन करने की विधि:
1. सीधे खड़े हों और एक पैर को आगे की ओर बढ़ाएं.
2. दोनों हाथों को ऊपर उठाकर नमस्कार मुद्रा में जोड़ें.
3. घुटने को मोड़कर 90 डिग्री के कोण पर रखें और दूसरी टांग को सीधा रखें.
4. कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर दूसरी टांग से दोहराएं.
4. भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को खिंचाव देता है और पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करता है. यह आसन जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है.
भुजंगासन करने की विधि:
1. पेट के बल लेट जाएं और हाथों को कंधों के नीचे रखें.
2. धीरे-धीरे अपने ऊपरी शरीर को उठाएं और सिर को पीछे की ओर झुकाएं.
3. कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं.
5. शवासन (Corpse Pose)
शवासन शरीर को पूरी तरह से आराम देने में मदद करता है और मानसिक तनाव को कम करता है. यह आसन योगाभ्यास के अंत में किया जाता है ताकि शरीर और मन को पूर्ण आराम मिल सके.
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शवासन करने की विधि:
1. पीठ के बल सीधे लेट जाएं और हाथ-पैरों को ढीला छोड़ दें.
2. आंखें बंद करें और गहरी सांस लें.
3. 5-10 मिनट के लिए इस स्थिति में रहें.
योग आर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है. रेगुलर योगाभ्यास से जोड़ों का लचीलापन, ताकत और ऑलओवर हेल्थ में सुधार हो सकता है. हालांकि, यह जरूरी है कि योगासन करते समय सावधानी बरतें और किसी योगा ट्रेनर की मदद लें. योग के साथ-साथ हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार भी आर्थराइटिस के प्रभावी मैनेजमेंट में सहायक हो सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)